बीसीसीएल की यात्रा नई तकनीकों और नवाचारों के साथ आगे बढ़ेगी : सीएमडी
बीसीसीएल की यात्रा नई तकनीकों और नवाचारों के साथ आगे बढ़ेगी : सीएमडी
बीसीसीएल परिवार ने सिजुआ स्टेडियम में मनाया स्वतंत्रता दिवस
डीजे न्यूज, सिजुआ,धनबाद :
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड परिवार की ओर से सिजुआ स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक समीरन दत्ता ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। तत्पश्चात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, बालिका उच्च विद्यालय मोदीडीह के बच्चों ने उन्हें गार्ड आफ आनर दिया। उन्होंने बल के उप महानिरीक्षक आनंद सक्सेना के साथ टुकड़ियों का निरीक्षण किया।
सीएमडी समीरण दत्ता ने कहा कि हम अपनी वर्तमान सफलताओं पर ही न रुकें वल्कि नई ऊंचाइयों को छूने का प्रयास करें। बीसीसीएल की यात्रा नई तकनीकों और नवाचारों के साथ आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि टीम बीसीसीएल हर चुनौती को अवसर में बदलने का क्षमता रखती है।
ऊर्जा सुरक्षा व औद्योगिक प्रगति के ध्वजवाहक है बीसीसीएल
सीएमडी ने कहा कि कोयला खनन के जरिए बीसीसीएल राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा और औद्योगिक प्रगति के ध्वजवाहक हैं। हमारे कार्य देश के विकास में योगदान करते हैं और बीसीसीएल की टीम ने इस दिशा में असाधारण सफलता हासिल की है। वर्ष 2023- 24 में बीसीसीएल ने 41.10 मिलियन टन कोयला उत्पादन, 39.27 मिलियन टन ऑफ-टेक और 152.86 मिलियन क्यूबिक मीटर ओबीआर का नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
==मेगा परियोजनाएं शुरू करने की है योजना: सीएमडी ने कहा कि आने वाले समय में बीसीसीएल अपनी उत्पादन क्षमता को और बढ़ाने के लिए कई मेगा परियोजनाएं शुरू करने की योजना बना रहा है। इनमें एनटी एसटी/ब्लॉक जी (8.5 MTY), ब्लॉक-ई ओपनकास्ट प्रोजेक्ट (15 MTY) और रामनगर-कल्याणेश्वरी परियोजना शामिल हैं। ब्लॉक-ई बीसीसीएल में अब तक की सबसे अधिक क्षमता वाली परियोजना होगी। कंपनी के राजस्व वृद्धि के लिए बंद पड़ी खदानों को भी एमडीओ मोड में पुनः चालू किया जा रहा है।
सुरक्षा और बचाव सर्वोच्च प्राथमिकता
सीएमडी ने कहा कि खनन के दौरान सुरक्षा और बचाव हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। बीसीसीएल में शून्य क्षति लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक मानकों का
अनुपालन किया जाता है। हमारी सभी खदानों का नियमित सेफ्टी-ऑडिट होता है। विभागीय कर्मियों के साथ-साथ ठेका कर्मियों को भी नियमित
रूप से वर्ष भर सुरक्षा संबंधी गहन प्रशिक्षण दिया जाता है। हाल ही में खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा आयोजित अखिल भारतीय खदान सुरक्षा पुरस्कार में कतरास क्षेत्र की चैतूडीह खदान को पुरस्कार भी मिला है।
विविधीकरण और स्थिर लक्ष्य की ओर अग्रसर
बीसीसीएल विविधीकरण और स्थिरता लक्ष्यों की ओर अग्रसर है। झरिया सीबीएम ब्लॉक-परियोजना पर कार्य कर रहे हैं, जिससे अगले 25 वर्षों में लगभग 26 बिलियन क्यूबिक मीटर कोल बेड मीथेन निकालने की उम्मीद है। कंपनी 45 मेगावाट से अधिक की विभिन्न सौर परियोजनाओं पर भी कार्य कर रही है और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए बीसीसीएल में 24 इलेक्ट्रिक वाहन संचालित हैं।
इस वर्ष 145 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर वृक्षारोपण के साथ बीसीसीएल ने अब तक 1631 हेक्टेयर भूमि पर वृक्षारोपण पूरा कर लिया है। 25 जुलाई 2024 को केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बीसीसीएल के पंचवटी ईको-पार्क से कोयला कंपनियों में एक पेड़ माँ के नाम जैसे देश-व्यापी वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की थी। खनन क्षेत्रों में विभिन्न ओबी डंप पर स्थानीय समुदाय के लाभ के लिए इको-पार्क बनाए जा रहे हैं। इन क्षेत्रों में धूल नियंत्रण के प्रभावी उपायों के लिए आधुनिक तकनीक तथा उन्नत मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।
स्थानीय समुदायों की भलाई और विकास के लिए पहल
सीएमडी ने कहा कि बीसीसीएल स्थानीय समुदायों की भलाई और विकास के लिए क ई पहल की हैं। इसके तहत वर्ष 2023-24 में कंपनी ने CSR पर ₹10.09 करोड़ खर्च किए हैं, जो हमारे निर्धारित लक्ष्य ₹ 7.24 करोड़ से अधिक था। बेरोजगार युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हम कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहे हैं। हमने प्लास्टिक इंजीनियरिंग में 280 युवाओं को प्रशिक्षित किया है। इसके अलावा मल्टी स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किये जा रहे हैं। इंडो-डेनिश टूल रूम के सहयोग से 30 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही 120 महिलाओं को जनरल ड्यूटी असिस्टेंट-एडवांस का प्रशिक्षण दिया गया है। बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र में भी 150 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है। इन सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 100% प्लेसमेंट है। धनबाद के पांच सरकारी स्कूलों में मिनी साइंस लैब की स्थापना और विभिन्न विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा से डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने का भी प्रयास कर रहे हैं। अपनी कल्याणकारी गतिविधियों के तहत बीसीसीएल जल आपूर्ति, आवासों की मरम्मत, स्वच्छता अभियान, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रहा है। कंपनी ने 26 स्कूलों को 1 करोड़ 88 लाख रु. से अधिक का अनुदान दिया है। इन स्कूलों में लगभग 25 हजार छात्र पढ़ रहे हैं। ट्यूशन फीस की प्रतिपूर्ति के लिए 50 लाख रु. से अधिक का भुगतान किया गया है, जिससे 77 छात्र लाभान्वित हुए हैं।
खेल को बढ़ावा
सीएमडी ने कहा कि खेल व खिलाड़ियों के लिए कोयला नगर में एक बैडमिंटन कोर्ट बनकर तैयार है। इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए एक ट्रांजिट-हाउस का निर्माण, जगजीवन नगर में अमृत महोत्सव पार्क, कार्मिक नगर में बच्चों के लिए पार्क तथा 02 सांस्कृतिक मंच भी बनाए गए हैं।
स्वास्थ्य सेवा
उन्होंने कहा कि सेन्ट्रल अस्पताल धनबाद कोल इंडिया का पहला अस्पताल है जहाँ जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी और एनेस्थीसिया में पोस्ट एमबीबीएस डीएनबी तथा पोस्ट डिप्लोमा डीएनबी पाठ्यक्रमों की शुरूआत हुई है। अस्पताल में सभी वार्ड, केबिन, लेबर रूम और इमरजेंसी वार्ड को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। लगभग ₹17 करोड़ की लागत से एक नए ओपीडी कॉम्प्लेक्स का निर्माण जल्द ही शुरू होगा।
आश्रितों को नियोजन
वर्ष 2023-24 में 330 मृतक आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियोजन तथा 12 आश्रितों को आर्थिक मुआवजा प्रदान किया गया है। अनुकंपा नियोजन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक मानक एस ओपी लागू की गई है और प्रत्येक क्षेत्र में एक विशेष हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। मिशन उत्थान के तहत 1200 से अधिक जनरल मजदूरों को चिह्नित कर वैधानिक पदों पर नियुक्ति हेतु प्रशिक्षण आरंभ किया गया है। हाल ही में लिपिकीय पदों पर विभागीय भर्ती के लिए भी विज्ञापन जारी किया गया है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
बालिका उच्च विद्यालय मोदीडीह, डीएवी कोयला नगर, डीएवी मुनीडीह के छात्र-छात्राएं तथा बल के जवानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर सभी का मन मोह लिया।
ये थे उपस्थित
निदेशक तकनीकी संजय सिंह, निदेशक कार्मिक मुरली कृष्णा रमैया सहित अन्य निदेशक, मेजबान जीएम जेसी राय, जीएम राज कुमार के अलावा श्रमिक संगठन के नेताओं में आदित्य नाथ झा, सुरेंद्र सिंह, शकील अहमद, रामप्रीत यादव, रवि चौबे, अशोक साव, सारंगदेव सिंह, एपीएम रामानुज प्रसाद।