खड़गे के लिए वोट मांगने पहुंचे बलमुचू

0
IMG-20221014-WA0001

डीजे न्यूज, धनबाद : प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू ने कहा है कि 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति तय करने का जो निर्णय फिलहाल कैबिनेट ने लिया है, वह सर्वमान्य नहीं है। इस मामले में कांग्रेस एक सर्वमान्य फार्मूला निकालेगी। इसके लिए पार्टी एक कमेटी बनाने जा रही है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस आगे रणनीति बनाएगी। बलमुचू ने यह बातें शुक्रवार को यहां सर्किट हाउस में दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कहीं। वह यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए प्रत्याशी व वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए कांग्रेस के वोटरों से समर्थन मांगने पहुंचे थे।
बलमुचू ने कहा कि लोगों को यह गलतफहमी है कि 1932 का खतियान आंदोलन आदिवासियों का है। हकीकत यह है कि इस आंदोलन से आदिवासियों का कोई लेना-देना नहीं है। आदिवासियों को राज्य में 28 प्रतिशत आरक्षण है। यह प्रतिशत अब और बढ़ने वाला नहीं है। जहां तक 1932 के खतियान का सवाल है तो यह कोई डेट लाइन नहीं है। 1932 खतियान एक स्लोगन है। झारखंड में वर्षों से रह रहे सभी लोगों का ख्याल
कांग्रेस रखेगी। प्रवासियों को भी हम छोड़ नहीं सकते। इसके लिए सर्वमान्य फार्मूला तैयार करने पर मंथन हो रहा है। कुर्मी जाति को आदिवासियों की सूची में शामिल करने की मांग पर कहा कि कांग्रेस ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। प्रदेश कांग्रेस ने इसके लिए एक कमेटी पूर्व विधायक केशव महतो कमलेश की अध्यक्षता में बनाई है। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे पार्टी निर्णय लेगी। मल्लिकार्जुन खड़गे के बारे में कहा कि वह सबसे योग्य व वरिष्ठ प्रत्याशी हैं। इस कारण, वह उनके लिए वोट मांगने आए हैं। उन्होंने दावा किया कि वोट मांगने पर कोई पांबदी पार्टी ने नहीं लगाई है। सिर्फ संबंधित राज्यों के प्रभारियों पर यह रोक है। प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि इस चुनाव में वोटर हैं। प्रदेश प्रतिनिधियों को पार्टी ने चुनाव के बाद भी काम दिया है। सभी को एक-एक प्रखंडों का प्रभारी बनाया गया है। वहां बूथ से लेकर प्रखंड तक की कमेटी बनाने की जिम्मेवारी उनकी होगी। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि मदन महतो समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद थे।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *