पेंक के प्रवासी मजदूर बालगोविंद महतो की गुजरात में मौत
डीजेन्यूज बोकारो : झारखण्ड के प्रवासी मजदूरों की मौत का शिलशिला नहीं थम रहा हैं।बोकारो जिले के पेंक थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोठी निवासी अघन महतो के 45 वर्षीय पुत्र बालगोविंद महतो की मौत गुजरात के वापी में हृदय गति रूकने से रविवार रात को मौत हो गयी।इसकी सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया हैं।बालगोविंद महतो गुजरात में नवकर कंपनी में कार ड्राइवर के रूप में कार्यरत था।वह अपने पीछे पत्नी हेमंति देवी, पुत्र राजेश महतो(20),मोहित महतो(14) और पुत्री पुष्पा कुमारी(10) को छोड़ गया। वहीं इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है।वही गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत घाघरा के गोविंद महतो का शव एक महीने से दोहा कतर में पड़ा हुआ।जबकि सरकार मजदूर हित में कुछ पहल नहीं कर पा रही है और मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है गुजरात से पैतृक गांव शव लाने के लिए हरसंभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है।