बबलू हत्याकांड का हुआ खुलासा, आरोपियों के पास मिले हथियार व मोबाइल
डीजेन्यूज, धनबाद ठेकेदार बबलू हत्यकांड के पीछे का मुख्य कारण ठेका मैनेज करने का मामला था। ठेका मैनेज करने के ही चक्कर में रेलवे ठेकेदार बबलू सिंह की हत्या हुई थी। ये बातें एसएसपी संजीव कुमार ने कही।
बताया जाता है कि बबलू सिंह भी पहले ठेकेदारों के सिंडिकेट में ही शामिल था पर कुछ बातों के लिए व शर्ते मानने को तैयार नहीं था। जिस कारण मनोज के कहने पर दो अन्य शातिरो ने मिलकर बबलू गोली मार दी थी। इस कांड में डुमरी दो नंबर निवासी गिरफ्तार मनोज कुमार के अलावा उसके दो साथी राजीव कुमार रजक तथा रामविलास चौहान को भी पुलिस ने आजमगढ़ से गिरफ्तार किया है। यह दोनों भी मनोज के लिए ठेका मैनेज का काम करते थे। गिरफ्तार अपराधियों के पास 9 एमएम का पिस्टल दो गोली 7.65 का पिस्टल तथा एक देसी कट्टा व तीन मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किया है। एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि रेलवे ठेकेदार बबलू सिंह की हत्या सिंडिकेट का मुख्य सदस्य मनोज कुमार के इशारे पर हुई थी। मनोज कुमार रेलवे में छोटे.छोटे टेंडर मैनेज करने का काम करता है। उसी टेंडर मैनेज के चक्कर में उसने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर बबलू सिंह की हत्या की। मनोज के साथ रामविलास चौहान आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वही राजीव कुमार रजक मनोज के मोहल्ले में ही डुमरी दो नंबर का रहनेवाला है। बबलू की हत्या के बाद सभी धनबाद छोड़कर फरार हो गए थे। अनुसंधान के लिए सिंदरी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अभिषेक कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई थी। जिसमें जोरापोखर इंस्पेक्टर राज देव सिंहए जोरापोखर थाना के दरोगा शिवकुमार सिंह महेंद्र कुमारए मुकेश कुमार रावतए राजीव रंजन मिश्रा सच्चिदानंद गुप्ता बैठा लवलेश पाल टीम में शामिल किया गया था। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद इस कांड में शामिल तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह भी कबूल किया है। पुलिस फिलहाल सभी अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दी है, पर जल्द ही रिमांड पर लेकर पूछताछ भी करेगी। रेलवे ठेका मैनेज करनेवाले सिंडिकेट में शामिल सभी शातिरों को ढूंढा जाएगा।