कांग्रेसियों को एकजुट कर बुलंद झारखंड बनाएंगे अविनाश पांडेय
डीजे न्यूज डेस्क, रांची : कांग्रेस भले ही झारखंड की सत्ता में काबिज है लेकिन झारखंड में इस पार्टी की जमीन खिसक चुकी है। दलित, ब्राह्मण, मुस्लिम कभी इस पार्टी के बेस वोटर थे, उनके बीच भी पार्टी की साख कमजोर हो चुकी है। ब्राह्मण व दलित वोटर टूटकर भाजपा एवं मुस्लिम वोटर सहयोगी पार्टी झामुमो की ओर टर्न ले रहे हैं। बड़े-बड़े नेताओं की गुटबाजी ने सूबे में कांग्रेस को और कमजोर कर दिया है। प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह उत्तर प्रदेश चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में नेतृत्व ने पार्टी के सुलझे हुए नेता और सभी को साथ लेकर चलने वाले कांग्रेस के महासचिव अविनाश पांडेय को झारखंड के प्रभारी की कमान सौंपी है। 2024 के लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के लिए झारखंड में कांग्रेस को तैयार करने जैसी बड़ी जिम्मेवारी इनके कंधों पर है। प्रभारी बनते ही पांडेय ने अलग-अलग गुटों में बंटे कांग्रेसियों को एकजुट कर बुलंद झारखंड के निर्माण का संकल्प लिया है। इसी संकल्प के साथ वह अभियान में जुट गए हैं। पांडेय की मुहिम का असर दिख रहा है। पहली बार झारखंड में संगठन मजबूत कर कांग्रेस को जमीन पर मजबूत करने का प्रयास ईमानदारी से चल रहा है।
कमान संभालने के साथ जैन तीर्थस्थल मधुबन में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में लगातार तीन दिनों तक मंथन चला कि कैसे 2024 के चुनाव में कांग्रेस परचम लहराएगी। एक-एक नेताओं के सुझाव लिए गए। इसके बाद सभी को टास्क दिए गए। चिंतन शिविर के बाद राज्य के सभी प्रमंडलों में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। पंचायत स्तर के कार्यकर्ताओं की भी बातों को प्रदेश प्रभारी ने सुना। सदस्यता अभियान को भी गति दे रहे हैं। कागजों पर सदस्य बनाने की कांग्रेसी संस्कृति पर रोक लगाने की व्यवस्था की गई है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने झारखंड के सभी जिलों के लिए प्रभारी नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के साथ दलित, ब्राह्मण एवं मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश की गई है। संगठन में उपेक्षित चल रहे ब्राह्मण समाज के नेताओं को लंबे समय बाद उचित प्रतिनिधित्व मिला है। इसका असर ब्राह्मण वोटरों पर भी आने वाले समय में दिखेगा। कांग्रेस की इस रणनीति से भाजपा में खलबली है। भाजपा को यह चिंता सताने लगी है कि कहीं ब्राह्मण वोट बैंक पर कांग्रेस सेंधमारी न कर ले।