मानसिक रोगियों को समझने और समझाने की जरूरत : अंजनी सिन्हा
डीजे न्यूज, गिरिडीह : विश्व मानसिक रोग निवारण दिवस पर सदर अस्पताल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। डालसा के रिटेनर-सह- रिमांड-सह-विजिटिंग अधिवक्ता अंजनी कुमार सिन्हा ने बतौर मुख्य अतिथि लोगों से कहा कि आज के इस भाग दौड़ भरे जीवन में लोग मानसिक तनाव में रहते हैं। जिस कारण धीरे-धीरे लोग मानसिक विकारों से ग्रसित हो जाते हैं। मानसिक रोगियों के लिए नालसा और झालसा कार्यक्रम चला रहा है। जिसमें मनोरोगियों को विधिक सहायता प्रदान किया जाता है। साथ ही साथ उनकी उचित चिकित्सा एवं देखभाल के लिए अस्पताल में निःशुल्क इलाज करवाने की व्यवस्था है। उन्होंने आम लोगों से कहा कि मानसिक रोग को भी आम बीमारी की तरह ही देखना चाहिए क्योंकि आज के इस तनाव भरे माहौल में यह किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। यदि इसका इलाज सही समय पर अच्छे मनोरोग विशेषज्ञों से हो जाए तो व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो करके अपने आम जीवन को जी सकता है। पिछले तीस सालों में मनोरोगियों की संख्या काफी बढ़ी है। जिसमें छात्र,कम आय वाले लोग,पारिवारिक तनाव में रहने वाले लोग ज्यादा हैं। ऐसे लोगों को अच्छे काउंसलर और चिकित्सक से इलाज बिना दवा का संभव है। सदर अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉक्टर फजल ने इस मौके पर मनो विकारों से संबंधित विभिन्न वैज्ञानिक अवधारणाओं एवं उनके चिकित्सीय निदान के ऊपर विस्तार पूर्वक लोगों को बतलाया एवं जागरूक किया। डॉक्टर काली दास मुर्मू ने कहा कि यह ऐसी बीमारी है जो बाहर से देखने से पता नही चलता है।इसके इलाज से जीवन में उत्साह वापस लौट आता है। पैनल अधिवक्ता मीरा कुमारी, गितेश चन्द्र और बासुदेव दास ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में डॉक्टर एपीएन देव, रणधीर कुमार, मुकेश कुमार, कुमार देव सहित सदर अस्पताल के चिकित्सकगण, चिकित्सा कर्मीगण एवं पारा लीगल वालंटियर्स दिलीप कुमार, शालिनी प्रिया, कामेश्वर कुमार, रंजना सिन्हा,सुनील कुमार, जीलानी बानो उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन फ्रंट कार्यालय के पारा लीगल वालंटियर दिलीप कुमार ने किया।