कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्वी टुंडी में 77.38% और टुंडी में टुंडी में 76.15% मतदान
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्वी टुंडी में 77.38% और टुंडी में टुंडी में 76.15% मतदान
टुंडी और पूर्वी टुंडी में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न
डीजे न्यूज, टुंडी/पूर्वी टुंडी, धनबाद : बुधवार को विधानसभा चुनाव का महापर्व टुंडी और पूर्वी टुंडी में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। दोनों क्षेत्रों में मतदाताओं ने भारी उत्साह और जोश के साथ लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लिया।
टुंडी: 76.15% मतदान
टुंडी में कुल 76,887 मतदाताओं में से 58,551 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
पुरुष मतदाता: 28,922
महिला मतदाता: 29,629
सुबह 7 बजे से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गईं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं और नए युवा वोटरों में अधिक उत्साह नजर आया। मतदाता सुबह 6 बजे से ही लाइन में लगने लगे थे और मतदान के बाद “पहले मतदान, फिर जलपान” की परंपरा को अपनाया।
पूर्वी टुंडी: 77.38% मतदान
पूर्वी टुंडी में कुल 38,800 मतदाताओं में से 29,957 ने मतदान किया।
पुरुष मतदाता: 14,592
महिला मतदाता: 15,365
यहां भी सुबह से ही मतदान केंद्रों पर सक्रियता देखी गई। महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जबकि युवा वोटरों में सेल्फी लेने का खासा क्रेज था।
शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
दोनों क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल के साथ सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जा रही थी।
टुंडी क्षेत्र
अधिकारियों का निरीक्षण : प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल कुमार पांडेय, टुंडी थाना प्रभारी उमाशंकर, मनियाडीह थाना प्रभारी शिव कुमार क्षेत्र का लगातार दौरा कर रहे थे।
प्रमुख केंद्र : मनियाडीह, कोल्हर, जीतपुर, कमारडीह, बेगमरिया, राजाभीठा, लक्षुरायडीह, रतनपुर समेत अन्य पंचायतों में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ।
पूर्वी टुंडी क्षेत्र
अधिकारियों का निरीक्षण : पूर्वी टुंडी के लटानी, रघुनाथपुर, मेरानवाटांड़, उकमा और रूपन समेत अन्य पंचायतों में थाना प्रभारी तारीख वसीम और प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने निगरानी की।
मतदान प्रक्रिया को सुचारू और शांतिपूर्ण बनाने के लिए प्रखंड मुख्यालयों में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए थे।
महिलाओं और युवाओं का खास योगदान
इस बार के मतदान में महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने लोकतंत्र को मजबूत किया। मतदान के बाद लोगों ने इसे अपने अधिकार और जिम्मेदारी दोनों के रूप में स्वीकार किया।
लोकतंत्र के इस उत्सव में टुंडी और पूर्वी टुंडी ने शांतिपूर्ण मतदान का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।