ज्ञान केंद्र योजना में भ्रष्टाचार का आरोप, ग्रामीण युवाओं को नहीं मिल रहा लाभ
ज्ञान केंद्र योजना में भ्रष्टाचार का आरोप, ग्रामीण युवाओं को नहीं मिल रहा लाभ
डीजे न्यूज, तोपचांची, धनबाद : झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी योजना ‘ज्ञान केंद्र’ में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं। योजना के तहत ग्रामीण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान किए जाने थे, लेकिन विभिन्न प्रखंडों में यह योजना भ्रष्टाचार का शिकार हो रही है।
यह योजना तोपचांची प्रखंड समेत निरसा, कलियासोल और अन्य क्षेत्रों में लागू की जानी थी, लेकिन स्थानीय आरोपों के अनुसार, कई पंचायतों में यह योजना कागजों तक सीमित रह गई है।
सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल
विशाल कुमार सिंह, निरसा निवासी ने उपायुक्त को शिकायत करते हुए बताया कि योजना के तहत कुल 4 लाख 20 हजार रुपये की लागत से 17 प्रकार की सामग्री जैसे पंखा, कंप्यूटर, यूपीएस, एलईडी टीवी, किताबें, डेस्क, चेयर, और अन्य सामान आपूर्ति किए जाने थे। इन सामग्रियों की गुणवत्ता बेहद खराब है।
वहीं तोपचांची के सामाजिक कार्यकर्ता और युवा नेता सदानंद महतो ने कहा कि बिशनपुर, लेदाटांड़, तोपचांची, श्रीरामपुर, पावापुर जैसे गांवों में कागजी लाइब्रेरी तो खोली गई है, लेकिन असल में इन ग्रामीणों को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। रामाकुंडा में यह योजना स्कूलों में चल रही है, जो पूरी तरह से अव्यवस्थित है।
पदाधिकारियों से कार्रवाई की अपील
सदानंद महतो ने इस संदर्भ में प्रखंड विकास पदाधिकारी, विधायक और सांसद से आग्रह किया है कि वे इस योजना को सही तरीके से लागू करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करें, ताकि ग्रामीण युवाओं को इसका सही लाभ मिल सके।यह योजना भ्रष्टाचार के कारण पूरी तरह से असफल होती दिख रही है, और स्थानीय लोगों की उम्मीदें अब भी अधूरी हैं।