शिक्षक हित में सालभर संघर्ष करता रहा अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ
शिक्षक हित में सालभर संघर्ष करता रहा अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ
एमएसीपी और प्रोन्नति को लेकर आंदोलन से बनाया दबाव
डीजे न्यूज, पलामू : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के लिए 2024 संघर्ष और चुनौतियों से भरा वर्ष रहा। संघ ने उन समस्याओं को उजागर किया जो शिक्षकों के दिलो-दिमाग में छाई हुई थीं, जैसे प्रोन्नति, सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना (एमएसीपी), वेतन विसंगति, स्वास्थ्य बीमा, अंतर जिला ट्रांसफर आदि।
संघर्ष और उपलब्धियां
एमएसीपी के लिए संघर्ष : एमएसीपी के लिए संघ ने भरी बरसात में आमरण अनशन किया। इस संघर्ष के परिणामस्वरूप स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन, 16 अगस्त को अंतर्विभागीय बैठक आयोजित की गई जिसमें कार्मिक, शिक्षा विभाग और वित्त विभाग के आला अधिकारी शामिल हुए। संघ के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया। कागजी प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन नीतिगत मामला होने और चुनावी माहौल के चलते यह प्रक्रिया ठंडी पड़ गई।
वेतन विसंगति और अन्य मुद्दे: संघ ने वेतन विसंगति, स्वास्थ्य बीमा और अंतर जिला ट्रांसफर जैसे मुद्दों पर भी जोरदार आवाज उठाई। अधिकांश बिंदुओं पर सफलता भी मिली, केवल प्रोन्नति को छोड़कर। संघ ने अपनी आवाज को संबंधित पदाधिकारियों तक बुलंदी के साथ पहुंचाने में सफलता पाई जिसका श्रेय राज्य कार्यकारिणी के नेताओं को जाता है।
आगे की राह : 2025 में संघर्ष का नया संकल्प
अब जब नया वर्ष 2025 आ चुका है, संघ ने अपने संघर्ष को और भी मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने का संकल्प लिया है। प्राथमिकता के आधार पर संघर्ष जारी रखते हुए, लोकतांत्रिक तरीकों से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लंबित मांगों को पूरा कराने की दिशा में यथोचित पहल की जाएगी।
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ का उद्देश्य है कि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान हो और उन्हें उनके अधिकार मिलें। इस वर्ष संघ अपने दुगने उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ सरकार से अपनी मांगों को मनवाने की दिशा में अग्रसर रहेगा।