बाल अपराध रोकने के लिए जागरूकता जरूरी : अलका हेम्ब्रम
बाल अपराध रोकने के लिए जागरूकता जरूरी : अलका हेम्ब्रम
स्कॉलर बीएड कॉलेज में बाल अपराध पर परिचर्चा आयोजित
जागरूकता कार्यक्रम के लिए प्रशासन को सहयोग करेगा महाविद्यालय परिवार : डा. शालिनी खोवाला
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
जिला समाज कल्याण विभाग ने बुधवार को स्कॉलर बीएड कॉलेज में जागरुकता कार्यक्रम के तहत बाल-विवाह, नशा मुक्ति, पोक्सो एक्ट, बाल व्यापार अधिनियम साइवर क्राइम पर परिचर्चा का आयोजन किया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में जिला समाज कल्याण पराधिकारी अलका हेम्ब्रम, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी श्यामा प्रसाद व डीएलएसए के रविकांत शर्मा मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत अलका हेम्ब्रम, श्यामा प्रसाद, रविकांत शर्मा, कॉलेज की प्राचार्य डॉ० शालिनी खोवाला एवं डीएलएड प्रभारी हरदीप कौर ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम ने प्रशिक्षुओं को बाल-विवाह व साइबर अपराध के रोकथाम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बाल अपराध हर हाल में रोकना है। इसके लिए समाज में जागरूकता लाना होगा। महाविद्यालयों में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर प्रशिक्षुओं को बच्चाें के साथ हो रहे अपराध और उससे बचने के बारे में बताना है। इससे वे अपने शिक्षकीय जीवन में बच्चों को भी जागरूक कर सकेंगे।
इस मौके पर डालसा के रविकांत शर्मा ने प्रशिक्षकों को पोक्सो एक्ट व बाल अपराध एक्ट के बारे में जानकारी दी। प्राचार्य डॉ शालिनी खोवाला ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विभिन्न मुद्दों पर जागरुक एवं विस्तृत जानकारी देने के लिए आभार प्रगट किया। कहाकि भविष्य में भी ऐसी ऐ परिचर्चा व अन्य जागरुकता कार्यक्रम के किए महाविद्यालय परिवार जिला प्रशासन का स्वागत करता है। इस कार्यक्रम के समन्वयक आशीष राज थे जबकि मंच संचालन डॉ. संतोष चौधरी ने किया। इस मौके पर सैकड़ों प्रशिक्षु छात्र-छात्राएं, सहायक व्याख्याता एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।