आजसू जिलाध्यक्ष मंटू महतो व झामुमो नेता कोकिल महतो पर भड़के रैयत
डीजे न्यूज, लोयाबाद, धनबाद : सोमवार को बांसजोडा बस्ती स्थित पंचायत भवन में रैयतों और ग्रामीणों की बैठक हुई। बैठक मे निचितपुर मांझी बस्ती, गड़ेरिया, टिकमनी गड़ेरिया, प्रमाणिक टोला, बांसजोड़ा बस्ती, के करीब सौ से अधिक ग्रामीण महिला पुरुष व युवा मौजूद थे। रैयत और ग्रामीणों ने आजसू पार्टी के जिलाध्यक्ष मंटू महतो और झामुमो के नेता कोकिल महतो के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं ने युवाओं को गुमराह कर छलने का काम किया है। इन दोनों की वजह से आज ग्रामीण युवा बेरोजगार हैं। विशाल महतो, सुभाष महतो, राम नरेश सिंह सहित अन्य लोगो ने कहा कि मंटू महतो और कोकिल महतो रैयतों को गुमराह करते आए हैं। ग्रामीणों की तादाद को दिखाकर सिर्फ अपनी नेतागिरी चमकाने का काम किया है। करीब आठ साल से यहां पर आउटसोर्सिंग कंपनियां चल रही है । रैयतों की जमीन का उत्खनन कर कोयले का उत्पादन किया गया। रैयतों को न ही नौकरी और न ही मुआवजा मिला। रैयत जब ठगे जा रहे थे तो ये नेता कहां थे। आउटसोर्सिंग कंपनी में आजसू जिलाध्यक्ष मंटू महतो के कोटे में 40 से अधिक नियोजन मिला, लेकिन बस्ती के मात्र एक दो युवकों को नियोजन मिला बाकि बाहरी लोगों को नियोजन दिया गया। उस समय उन्हें बांसजोड़ा के ग्रामीण और रैयतों का ख्याल नहीं आया, और आज फिर से रैयतो को गुमराह करने में लग गए हैं। रैयतों ने कहा कि अब वे लोग बांसजोड़ा से बाहर के नताओं का विरोध करेंगे, उसका नेता बांसजोड़ा का ही होगा। आउटसोर्सिंग कंपनी में बांसजोड़ा के ही लोगो 80 प्रतिशत अधिकार होगा। यदि उनलोगों को हक नहीं मिला तो वे लोग कंपनी को चलने नहीं देगा। इस संबंध में जब मंटू महतो और कोकिल महतो से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह बैठक उनके खिलाफ में प्लांट किया गया है। यह सच्चाई से परे है। वह रैयतों के हक और अधिकार दिलाने के लिए लड़ते रहे हैं। आज भी लड रहे हैं। मौके पर विशाल महतो, मिथुन महतो, सुभाष महतो, एसपी महतो, सोनू महतो, अनिल रवानी, नरेश सिंह, पटल रवानी, रूपेश रवानी, अभिषेक सिंह, गणेश महतो, भैरव प्रमाणिक, दिलीप प्रमाणिक, मो आशिक, दुर्गा देवी, झींगा देवी, मीरा देवी, भोला सिंह, सावित्री देवी, नीरा देवी, रेखा प्रमाणिक, प्रतिमा देवी, रूपनी देवी,आलोचना देवी, मोनिका देवी सहित संख्या ग्रामीण और रैयत मौजूद थे।