आदिवासियों की पहचान मिटाने पर तुला सोरेन परिवार : सालखन
डीजे न्यूज, धनबाद : आदिवासी सेंगल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन और उनके मुख्यमंत्री पुत्र हेमंत सोरेन पर बुधवार को जमकर हमला बोलते हुए उनको आदिवासी हितों के विरूद्ध काम करने वाला बताया। कुर्मी को अनुसूचित जाति से हटाकर अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की झामुमो की मांग पर नाराजगी जताते हुए मुर्मू ने सारेन परिवार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि आज उनके नेतृत्व में आदिवासी समाज खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
पूर्व सांसद मुर्मू बुधवार को धनबाद परिसदन में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दरम्यान उन्होंने कहा कि जो सोरेन परिवार कभी आदिवासियों की हिमायती होने का दंभ भरता था, आज वह उनके वजूद को ही मिटाने पर आमादा है। आदिवासियों का कल्याण करने के लिए उनको ना तो रोजगार दे पाए हैं और ना ही उनके जल जंगल जमीन को ही सहेजने में सफल रहे हैं। इसके उल्ट वह वोट बैंक की राजनीति करते हुए कुर्मी को एसटी का दर्जा देने जा रहे हैं ताकि एसटी कोटे के आरक्षण से मिलने वाला रोजगार का लाभ उनको दे कर अपने वोट को और मजबूत कर सके। इससे पहले से ही हाशिए पर खड़ा आदिवासी समाज आर्थिक, सामाजिक और विकास के अन्य पैमानों पर और पिछड़ता चला जाएगा। एक समय ऐसा आएगा कि उसका वजूद ही मिट जाएगा।
सोरेन सरकार द्वार 1932 खतियान का मुद्दा उठाने के पीछे भी राजनीतिक कारण बताया और कहा कि हेमंत सोरेन अपनी सरकार गिर जाने के डर से सरकार बचाए रखने के एक हथियार के तौर पर इसे उपयोग कर रहे हैं। लेकिन उनकी यह चाल कामयाब नहीें होनेवाली। क्योंकि इसी तरह के एक अध्यादेश को 2002 में हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। ऐसे में उन्हीं शर्तों के साथ फिर से लागू करने का कोई औचित्य नहीं है।
प्रेस वार्ता के दौरान सेंगल अभियान की सह संयोजक सुमित्रा मुर्मू, देवनारायण मुर्मू, सुशील सिंह, विदेशी महतो, विजय सिंह महतो और उचित महतो के अलावा अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।