कोडरमा-मधुपुर के बीच बढ़ी ट्रेन की रफ्तार
डीजे न्यूज, कोडरमा :
कोडरमा से मधुपुर के बीच अब 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पैसेंजर ट्रेन चलने लगी है। कोडरमा से मधुपुर रूट पर कोडरमा से महेशमुंडा के बीच अब तक 50 की रफ्तार से ट्रेन चल रही थी। अब इस रूट पर भी 75 की रफ्तार से ट्रेन चलने लगी है। फिलहाल रेलवे ने इस ट्रेन को लेकर नया टाइमटेबल जारी किया है। ऐसे में हर स्टेशन पर यह ट्रेन दो से पांच मिनट पहले पहुंच रही है। नया टाइमटेबल जारी होने पर अब कोडरमा से मधुपुर पहुंचने में चार घंटे पांच मिनट की जगह तीन घंटे लगेंगे। रेलवे ने पर्व त्योहार हो देखते हुए कोडरमा मधुपुर एवं कोडरमा-हजारीबाग बरकाकाना पैंसेजर ट्रेन में 4 अक्टूबर से पांच-पांच बोगी की जगह आठ-आठ बोगी लगा दिया है।
कोडरमा से मधुपुर रूट पर महेशमुंडा से मधुपुर के बीच पहले से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। वहीं कोडरमा से महेशमुंडा के बीच नावाडीह से कोवार तक 33 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। वहीं अब रेलवे ने पूरे रूट पर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलने लगी है। कोडरमा से महेशमुंडा की दूरी अब दो घंटे में तय हो सकेगी। फिलहाल टाइमटेबल जारी नहीं होने तक तीन घंटे 25 मिनट लग रहे हैं। टाइमटेबल जारी होने के बाद अधिकतर स्टेशनों पर अप और डाउन में ट्रेन के पहुंचने के समय में बदलाव हो जाएगा। वर्तमान में पैंसेंजर ट्रेन 14ः30 बजे कोडरमा से खुलती है और 18ः35 बजे मधुपुर पहुंचती है। इस संबंध में धनबाद के मंडल रेल प्रबंधक आशीष बंसल ने दूरभाष पर बताया कि जल्द ही कोडरमा से महेश मुंडा एवं मधुपुर के लिए नया टाइमटेबल जारी किया जाएगा। पर्व त्योहार को देखते हुए पैसेजेंर ट्रेन में तीन बोगियां बढ़ाई गई है।साथ ही उन्होंने कहा कि इस रूट पर यात्री भले अधिक सफर करते हों, लेकिन टिकट की बिक्री कम रहती है। अगर ऐसा रहा तो बाेगियों की संख्या घटाई जा सकती है।
फिलहाल रांची से पटना जाने वाली ट्रेनें का रूट बदलने पर विचार नहीं : पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के महाप्रबंधक अनूप शर्मा के अनुसार, दिसंबर से पहले कोडरमा से हजारीबाग, बरकाकाना होते हुए रेल मार्ग का सीधा संपर्क बन जाएगा। इससे रांची से पटना की दूरी 40 किमी तक कम हो जाएगी। इससे रांची से ट्रेनों को गोमो होकर चलाने के बजाय सीधे बरकाकाना से सिधवर, सांकी, हजारीबाग टाउन और कोडरमा होकर पटना तक चलाई जा सकेंगी। इस रेल मार्ग की खास बात यह होगी कि यात्रियों को घने जंगलों और पहाड़ों के बीच तीन सुरंगों से होकर गुजरेंगे। डीआरएम आशीष बंसल ने बताया कि 14 नवंबर तक इस मार्ग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 4 अक्टूबर तक बरकाकाना से रांची के बीच तीन टनल का काम पूरा कर लिया गया है। 14 नवंबर के बाद इस खंड पर सुरक्षा जांच होने के बाद ट्रेनें रांची से हजारीबाग टाउन व कोडरमा के रास्ते पटना और दिल्ली के लिए ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।
धनबाद रेल मंडल क्षेत्र में बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार
डीआरएम ने बताया कि हावड़ा से नई दिल्ली तक 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलाने को लेकर कार्य चल रहा है। 1451 किमी लंबे इस मार्ग के प्रधानखंटा से बंधुआ तक 202 किमी हिस्सा धनबाद रेल मंडल में है। इस हिस्से में वर्तमान में अधिकतम 130 की रफ्तार से ट्रेनें चल रही हैं। 2024 से इस रूट पर ट्रेनें 160 की रफ्तार से चलेंगी। रेल मंत्रालय के मिशन रफ्तार के तहत धनबाद मंडल में ट्रेनों की गति बढ़ाने की तैयारियां है।