जेल अधीक्षक से दो करोड़ रंगदारी मांगने की जांच एटीएस करेगी, गैंगस्टर अमन की बढ़ेगी मुश्किलें

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डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह सेंट्रल जेल के प्रभारी अधीक्षक अनिमेष चौधरी से दो करोड़ रुपए रंगदारी मांगने की जांच एटीएस करेगी। डीजीपी नीरज सिन्हा ने जांच का आदेश दिया है। एटीएस जांच से गैंगेस्टर अमन साहू और उसके गुर्गों की मुश्किलें बढ़ेगी। जेल अधीक्षक से दो करोड़ रुपए रंगदारी मांगने व पूर्व सहायक जेलर प्रमोद कुमार पर जानलेवा हमला कर फायरिंग करने के मामले में गैंगस्टर अमन साहू को नामजद आरोपित बनाया गया है। डीजीपी ने हजारीबाग रेंज के डीआइजी नरेंद्र कुमार सिंह को इस मामले में तत्काल रिपोर्ट देने को कहा है। सेंट्रल जेल में बंद आरोपित सुविधा की मांग को लेकर प्रभारी जेल अधीक्षक से बीते पहली बार जुलाई में वाट्सएप कॉल और मैसेज आया था जिसमें दो करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग की गई थी। वहीं दूसरे बार अगस्त में दोबारा वाट्सएप कॉल और मैसेज पर जेल में बंद आरोपितों को सुविधा नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी। इस मामले में गिरिडीह पुलिस ने वाट्सएप नम्बर की जांच टेक्निकल सेल से कराई थी जिसमें यह नम्बर किसी छद्म नाम अंकित सिंह के नाम से है।पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर चुकी है।इस मामले में गिरिडीह सेंट्रल जेल में बंद किसी भी आरोपित से पूछताछ नहीं की गई है। रंगदारी मांगने के बाद गिरिडीह जेल से गैंगस्टर अमन साहू को सिमडेगा जेल शिफ्ट किया गया था। फिलहाल उसे सिमडेगा से पलामू सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया है। वहीं फायरिंग में गिरफ्तार आरोपित आशीष कुमार साह को खूंटी और मंजेश मंडल को पाकुड़ जेल शिफ्ट किया गया है। इन दोनों के साथ पिंकू पांडेय को लोहरदगा और लोकी रविदास को दुमका जेल शिफ्ट कर दिया गया था। बहरहाल एटीएम जांच से आरोपितों की मुश्किलें बढ़नी तय है।

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