आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में सुधार जरूरी : सालखन
डीजे न्यूज, रांची : जंगल बचाओ आंदोलन के रांची कार्यालय में आदिवासी स्वशासन व्यवस्था या ट्राइबल सेल्फ रूम सिस्टम में सुधार पर एक परिचर्चा का आयोजन हुआ। अध्यक्षता डॉ संजय बसु मल्लिक और संचालन जेवियर कुजूर ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने विस्तार से स्वशासन व्यवस्था की कमजोरियों को सुधारने पर बल दिया। इसके सुधार से आदिवासी गांव समाज में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक सशक्तिकरण के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। परिचर्चा में जंगल बचाओ आंदोलन की तरफ से करीब 30 प्रमुख नेता और आदिवासी सेंगेल अभियान की तरफ से करीब 10 प्रमुख नेता 10 जिलों से शामिल हुए थे। परिचर्चा में तय हुआ की आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में जनतांत्रिक सुधार लाना जरूरी है ताकि पढ़े लिखे समझदार लोगों को गांव समाज को आगे बढ़ाने में योगदान करने का अवसर सबकी सहमति से प्राप्त हो सके। सामाजिक बहिष्कार, डायन प्रथा आदि को भी खत्म करने का प्रयास सफल हो सके। तय हुआ के निकट भविष्य में संताल, मुंडा, हो, खड़िया, उरांव और कुर्मी जाति के गांव समाज के प्रतिनिधियों के साथ एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया जाएगा।सभी आदिवासी गांव समाज में जनतंत्र और संविधान को लागू करने की दिशा में प्रयासों को व्यवहारिक रूप प्रदान करने का कार्यक्रम बनाया जाएगा। सेंगेल की तरफ से सुमित्रा मुर्मू, देवनारायण मुर्मू, बिमो मुर्मू आदि शामिल थे।