जेल अधीक्षक से दो करोड़ रंगदारी मांगने में गैंगस्टर अमन साहू का नाम आया सामने
डीजे न्यूज , गिरिडीह : गिरिडीह सेंट्रल जेल के प्रभारी अधीक्षक अनिमेष चौधरी के आवेदन पर मुफ्फसिल थाना में रंगदारी का केस दर्ज किया जा चुका है।पुलिस अनुसंधान भी शुरू हो चुका है। जल्द इस रंगदारी मांगने वालों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने की बात पुलिस कर रही है।टेक्निकल सेल इस मामले में वाट्सएप नम्बर की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार रंगदारी के इस मामले में जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू का नाम सामने आया है।
प्रभारी जेल अधीक्षक से दो बार रंगदारी मांगी गई थी। पहली बार रंगदारी की मांग जुलाई महीने में की गई थी। तब चौधरी ने इसे लेकर कहीं भी शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। जेलर पर फायरिंग की घटना के बाद सेंट्रल जेल सुर्खियों में आया।जेलर पर फायरिंग की घटना के बाद फिर एक बार जेल अधीक्षक से वाट्सएप पर दो करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई। इसे लेकर अगस्त महीने में चौधरी ने लिखित आवेदन मुफ्फसिल थाना में दिया था। जेलर पर जानलेवा हमला की नियत से फायरिंग नही होती तो शायद इसे भी हल्के में लिया जाता। बहरहाल पुलिस इस मामले के तह तक जाना चाहती है।फिलहाल शक की सुई गैंगस्टर अमन साहू और उसके गुर्गों पर जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या गैंगस्टर अमन धनबाद जेल में भी रहा था। जब चौधरी वहां जेलर थे। सूत्रों का यह भी कहना है कि धनबाद के किसी खान ने ही दोनों बार रंगदारी के लिए कॉल किया था।जिसका संबंध गैंगस्टर अमन साहू से है। दूसरी बार रंगदारी मांगने के लिए किया गया कॉल अमन के गुर्गों को जेल में सुविधा के लिए था।जेलर पर फायरिंग की घटना के बाद अमन साहू को रातोंरात सिमडेगा जेल शिफ्ट कराया गया था। वहीं फायरिंग के बाद पुलिस की पकड़ में आया आशीष साह को सेल में रखा गया था। रंगदारी के वाट्सएप कॉल के बाद आशीष साह को खूंटी जेल शिफ्ट कर दिया गया। उसके साथ आशीष का साथी पिंकू पांडेय को लोहरदग्गा जेल भेजा गया था। वहीं एक माह बाद पुलिस के पकड़ में आया मंजेश मंडल को तुरंत ही पाकुड़ जेल भेज दिया गया। पुलिस आशीष और मंजेश से पूछताछ कर चुकी है। बहरहाल रंगदारी मांगने वाले और जेल अधीक्षक को धमकाने वाले शख्स की तलाश की जा रही है।