जेलर पर फायरिंग में अपराधियों की कुंडली खंगाल रही पुलिस

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डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह जेलर प्रमोद कुमार के वाहन पर हुए फायरिंग को लेकर पुलिस ने अनुसंधान तेज कर दिया है। विदित हो कि बुधवार को सेंट्रल जेल से न्यायालय जाने के दौरान एक बाइक सवार दो अपराधियों ने जेलर के वाहन पर हत्या की नियत से फायरिंग की थी। इसमें वह बाल-बाल बच गए थे।गुरुवार को एसडीपीओ अनिल सिंह ने सेंट्रल जेल जाकर कई बिंदुओं पर जांच की।एसडीपीओ ने जेलर प्रमोद कुमार से पूछताछ भी की।बताया जाता है कि पुलिस यह जानना चाहती है कि किस कारण से यह जानलेवा हमला कराया गया है।इधर शक की सुई पुलिस को गैंगस्टर अमन साहू पर घूम रही है। पुलिस अन्य लोगो पर भी नज़र रखी है।जेलर प्रमोद कुमार बीते मार्च से गिरिडीह सेंट्रल जेल में अपना योगदान दिया है।निवर्तमान जेलर अजय श्रीवास्तव का ट्रांसफर जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में हुआ था। अप्रैल में अंतराज्यीय गैंगस्टर अमन साहू को कोलकाता से गिरिडीह सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया है।जेल से अपना साम्राज्य चलाने वाले इस गैंगस्टर को उन सुविधाओं से वंचित रखा गया है।जो अपने भय और पैसे के बल पर दूसरे जेलों में प्राप्त करता था।गिरिडीह सेंट्रल जेल में सभी बंदियो को एक समान सरकारी सुविधा उपलब्ध कराया जाता है।जो जेल मेनुवल के अनुसार दिया जाना होता है।
अनिमेष चौधरी बोकारो जेल के अधीक्षक है।उन्हें गिरिडीह सेंट्रल जेल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।जो सप्ताह में किसी दिन आकर जरूरी कार्यो का निष्पादन करते हैं।वही बंदियो और अन्य कार्यों की जिम्मेवारी जेलर के कंधे है।जो शिकायते और उपलब्धि होती है वो जेलर के ही खाते में आती है।जेल अधीक्षक किसी अपराधी के टारगेट में होते तो बोकारो से आने जाने में कुछ बाते सामने आती।सीसीटीवी से स्पष्ट नज़र आता है कि दोनों अपराधियों ने जेलर को निकालने का इंतजार किया।जेल का सूमो वाहन का उपयोग विभागीय काम से अधीक्षक और जेलर दोनों करते हैं।फ़िलहाल पुलिस इन सभी बिंदुओं की गहन जांच कर रही है।वाहन चालक से पुलिस लंबी पूछताछ कर रही है।

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