सावन के पहले सोमवार को बाबाधाम में उमड़े श्रद्धालु
डीजे न्यूज, देवघर : बाबा मंदिर देवघर में भक्ति की बयार बह रही है। उस बयार से मंदिर प्रांगण ही नहीं पूरा बाबाधाम सुगंधित हो रहा है। सावन का आज पहला सोमवार है। रविवार रात से भोलेनाथ के भक्त सोमवार को पूजा करने की लालसा मन में रखकर कतार में लगने के लिए जाने लगे थे। बाबा बैद्यनाथ का पट सुबह तीन बजकर पांच मिनट पर खोला गया। सबसे पहले काचाजल अर्पित किया गया। इस समय केवल तीर्थपुरोहित परिवार के सदस्य थे। मंदिर के सरदार पंडा गुलाब नंद ओझा ने प्रात:कालीन पूजा पूरे विधि विधान से तांत्रिक विधि से किया।
जब पूजा शुरू हुआ तो मंदिर में चमक रही दुधिया रौशनी मन को पुष्प की तरह पुलकित कर रहा था। आसमान मे बादलों से झांकता चांद यह बता रहा था कि ब्रहम मुर्हूत है। कहते हैं कि देवघर में शिव और शक्ति विराजमान हैं। सुबह की पूजा के वक्त सारे देवी-देवता भी आते हैं। कुछ ऐसा ही आभास उन भक्तों को हो रहा था, जो मन के मंदिर में भोलेनाथ को बसाकर देवघर आए हैं। पुलिस का इंतजाम चुस्त है। बाह्य अरघा के लिए भी कतार लगने लगी है। यह कतार पश्चिम दरवाजे से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कर रही है।
इधर अचानक गर्भ गृह से आवाज गूंजती है हर हर महादेव…। बाबा बैद्यनाथ की जय, मैया पार्वती की जय …। यह सुनते ही मंदिर प्रांगण के संस्कार भवन में कतारबद्ध हजारों कांवरियों ने जयकारा लगाया बोलो बाबा बैद्यनाथ की जय। बोल बम, बोल बम…। अब यह बोल प्रांगण में गूंजने लगा। भक्तों में फुर्ती आ गयी क्योंकि अब उनके दर्शन की बारी आ गयी थी। प्रातःकालीन पूजा 3:45 में पूरा हो गया। 3:50 में वाकी टाकी पर आवाज सुनायी दिया कि कांवरियों को धीरे धीरे आगे बढ़ने दें। और कपाट खोल दिया गया। बोल बम के बीच जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया। संभवत: रात दस बजे के आसपास मंदिर का कपाट बंद होगा।
हाजीपुर शहर से आए दो भक्त ने बताया कि वह रात आठ बजे कतार में लगने चले गए थे। मंदिर से चार किलोमीटर दूर चिल्ड्रेन पार्क के पास यह कतार में लगे थे। बताया कि सुबह तीन बजे पुलिस ने आवाज दिया कि बम मंदिर बढ़ने के लिए तैयार हो जाइए। और दस मिनट बाद लाइन चलने लगी। जब यह पूजा करके निकले थे, तब पांच बज रहे थे।