मेडिकल प्रोटेक्शन बिल लाएगी सरकार : स्वास्थ्य मंत्री
डीजे न्यूज, रांची : सूबे के
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि राज्य सरकार चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों की सुरक्षा के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के लिए दोबारा प्रस्ताव कैबिनेट में लाएगी। कैबिनेट की स्वीकृति के बाद विधेयक विधानसभा में लाया जाएगा। वह शुक्रवार को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर प्रोजेक्ट भवन में चिकित्सकों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के कुछ प्रविधानों को जटिल और अव्यवहारिक बताते हुए उसमें संशोधन की बात कही। कोरोना नियंत्रण में चिकत्सकों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि सरकार भी उनके चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए कृतसंकल्प है। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सरकारी चिकित्सक प्रशिक्षण के लिए बाहर जाना चाहेंगे तो सरकार भेजेगी। उनके करियर प्लानिंग पर भी काम हो रहा है। इस अवसर पर आयुष्मान भारत योजना में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले चिकित्सकों को प्रतीक चिह्न तथा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। एम्स, देवघर के निदेशक डा सौरभ वार्ष्णेय, रिम्स के निदेशक डा कामेश्वर प्रसाद को विशेष ज्यूरी अवार्ड दिया गया। इसके अलावा टॉप पांच सीएचसी में सीएचसी अनगड़ा के डा. अमरेंद्र प्रसाद, नवाडीह बोकारो के डा कामेश्वर महतो, कसमार के डा नवाब, झरिया के डा मिहिर कुमार, सिल्ली के डा जितेंद्र महली को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रिम्स निदेशक डा कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि चिकित्सक न केवल मरीजों का इलाज करते हैं, बल्कि अपने कार्यों से विद्यार्थियों को चिकित्सक बनने की प्रेरणा देते हैं। वे एक शिक्षक भी होते हैं। झारखंड आरोग्य सोसाइटी के कार्यकारी निदेशक डा भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि झारखंड में चिकित्सकों, नर्सों की मेहनत के कारण ही कोरोना से मृत्यु कम हुई। मेडिका के डा विजय मिश्रा ने कहा कि कोरोना ने हमें अपनी कमियों का आकलन करने व उन्हें दुरुस्त करने का एक मौका प्रदान किया। यह पहला मौका था जब एलोपैथ के साथ-साथ आयुष के भी चिकित्सकों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।