बगोदर: महेंद्र सिंह बलिदान दिवस पर भाकपा माले ने लिया संघर्ष तेज करने का संकल्प
बगोदर: महेंद्र सिंह बलिदान दिवस पर भाकपा माले ने लिया संघर्ष तेज करने का संकल्प
डीजे न्यूज, बगोदर, गिरिडीह :
गिरिडीह जिले के बगोदर बस स्टैंड पर गुरुवार को महेंद्र सिंह की 21वीं बलिदान दिवस पर भाकपा माले द्वारा संकल्प सभा आयोजित की गई। इसमें बगोदर, सरिया, बिरनी और आसपास के सैकड़ों लोग शामिल हुए। सभा से पहले खंभरा में महेंद्र सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
महेंद्र सिंह के विचारों को आगे बढ़ाने का आह्वान
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि महेंद्र सिंह केवल एक नेता नहीं, बल्कि जनता के संघर्षों का प्रतीक थे। उन्होंने संविधान और लोकतंत्र पर हो रहे हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश के संविधान को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान के मूल्यों को बचाने के लिए संघर्ष की जरूरत है। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनका स्वतंत्रता संग्राम से कोई लेना-देना नहीं था, वे आज आजादी और संविधान पर सवाल उठा रहे हैं।
जनसंघर्षों को तेज करने का संकल्प
पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने महेंद्र सिंह को याद करते हुए कहा कि उनकी राजनीति जनता के संघर्षों में उनकी भागीदारी से प्रेरित थी। उन्होंने कहा कि लाल झंडे की धारा कभी भी जनता के विश्वास को तोड़ने का काम नहीं करेगी।
झारखंड में लूट का मुद्दा
राजधनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि झारखंड के संसाधनों की लूट चरम पर है। उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह ने हमेशा कहा था कि हमारा गठबंधन न एनडीए से है और न यूपीए से, हमारा गठबंधन केवल जनता, किसान और मजदूरों से है।
नेताओं का संबोधन और अध्यक्षता
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाकपा माले के प्रखंड सचिव परमेश्वर महतो ने की, जबकि संचालन संदीप जायसवाल ने किया। सभा में बिहार के विधायक गोपाल रविदास, निरसा के विधायक अरूप चटर्जी, राज्य सचिव मनोज भक्त, पूर्व जिला परिषद सदस्य पूनम महतो समेत कई नेताओं ने महेंद्र सिंह के बलिदान को नमन करते हुए उनके विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
संविधान की रक्षा का संकल्प
सभा के अंत में उपस्थित लोगों ने महेंद्र सिंह के बलिदान को याद करते हुए संविधान, लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष तेज करने का आह्वान किया।