बच्चों ने कैनवास पर बनाईं स्वामी विवेकानंद की प्रेरणादायक तस्वीरें 

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बच्चों ने कैनवास पर बनाईं स्वामी विवेकानंद की प्रेरणादायक तस्वीरें 

अनुवा अकादमी ने धूमधाम से मनाया 25वां स्थापना दिवस

डीजे न्यूज धनबाद : बैंक मोड़ स्थित अनुवा अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स ने रविवार को अपना 25वां स्थापना दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में एक दिवसीय चित्रकला शिविर “वाइड कैनवास” का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ और स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि

 

कार्यक्रम की शुरुआत अकादमी की अध्यक्ष अनुवा घोष ने दीप प्रज्वलन और स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ की। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को युवाओं के लिए प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं।

 

50 छात्रों ने दिखाया हुनर

 

अकादमी के निर्देशक डॉ. विक्टर घोष ने बताया कि इस चित्रकला शिविर में 50 छात्रों का चयन किया गया, जिन्होंने अपने कैनवास पर स्वामी विवेकानंद की प्रेरणादायक तस्वीरें बनाईं। जल रंग, ऐक्रेलिक और अन्य माध्यमों से बनाए गए इन चित्रों में स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और उनके विचारों को जीवंत किया गया।

 

डॉ. घोष ने कहा, “अकादमी के 25वें स्थापना दिवस को स्वामी विवेकानंद जयंती और राष्ट्रीय युवा दिवस के साथ जोड़कर मनाने का उद्देश्य युवाओं को उनके आदर्शों और शिक्षाओं से जोड़ना था।”

 

प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाई गरिमा

 

इस विशेष अवसर पर कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें शामिल थे:

 

कामिनी बाघेल (निर्देशक एवं चित्रकार, मणिकर्णिका आर्ट गैलरी, झांसी)

 

कुसुमिता मुखर्जी (उप-प्राचार्य, स्वामी विवेकानंद अकादमी, बर्धमान, वेस्ट बंगाल)

 

मो. सोहराब खान (संस्थापक, चैम्बर ऑफ कॉमर्स, धनबाद)

 

अभिषेक घोष

 

अतिथियों ने छात्रों की कला और उनकी मेहनत की सराहना की। अपने प्रेरणादायक भाषणों में उन्होंने कहा, “स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और कला के प्रति समर्पण न केवल युवाओं को बेहतर नागरिक बनाएगा, बल्कि उन्हें समाज के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनाएगा।”

 

सृजन और प्रेरणा का अद्भुत संगम

 

इस शिविर में छात्रों ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके विचारों को गहराई से समझा। उनकी कलाकृतियां न केवल उनकी कलात्मकता का परिचय थीं, बल्कि वे स्वामी विवेकानंद के महान आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश भी देती थीं।

 

प्रमाण पत्र वितरण और समापन

 

कार्यक्रम के अंत में, भाग लेने वाले सभी छात्रों को उनकी उत्कृष्ट कृतियों के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। अतिथियों और अकादमी की ओर से छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी गईं।

 

इस आयोजन ने कला, संस्कृति और प्रेरणा का अनूठा संगम प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम न केवल अकादमी की 25 साल की यात्रा का उत्सव था, बल्कि युवाओं को उनकी कला और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से जोड़ने का एक सार्थक प्रयास भी।

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