फाइलेरिया रोधी दवा वितरण के लिए करें प्रचार-प्रसार : नमन प्रियेश लकड़ा 

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फाइलेरिया रोधी दवा वितरण के लिए करें प्रचार-प्रसार : नमन प्रियेश लकड़ा 

डीजे न्यूज, गिरिडीह : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 फरवरी से शुरू हो रहे मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (MDA) कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने हेतु जिला समाहरणालय सभागार में शनिवार को जिला उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में जिलास्तरीय स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी।

 

व्यापक प्रचार-प्रसार पर दिया जोर

बैठक में उपायुक्त ने निर्देश दिया कि फाइलेरिया रोधी दवा वितरण कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह अभियान तब ही सफल होगा जब एक भी व्यक्ति दवा लेने से वंचित न रहे। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहिया कार्यकर्ताओं को गाइडलाइंस के अनुसार डीईसी और अल्बेंडाजोल की खुराक खिलाने का निर्देश दिया।

फाइलेरिया बीमारी पर जानकारी

बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने फाइलेरिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया एक मच्छर जनित बीमारी है, जो हाथीपांव और हाइड्रोसिल जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न करती है। यह बीमारी क्यूलेक्स मच्छर द्वारा फैलती है, जो गंदे पानी में पनपते हैं। डीईसी और अल्बेंडाजोल दवाओं के सेवन से इस बीमारी के प्रसार को 80 से 90 प्रतिशत तक नियंत्रित किया जा सकता है।

 

बैठक में लिए गए मुख्य निर्णय:

 

1. 10 फरवरी को बूथ डे मनाने का निर्णय:

सभी विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पंचायत भवन, और वार्ड कार्यालयों को बूथ बनाया जाएगा।

 

 

2. 11 से 25 फरवरी:

स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर दवा खिलाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि लोग दवा उनके सामने ही खाएं।

 

3. पेयजल एवं स्वच्छता, सूचना जनसंपर्क, नगर निगम, स्कूली शिक्षा, समाज कल्याण, पंचायती राज और आपूर्ति विभाग को अभियान में शामिल किया गया।

 

उपस्थित अधिकारी और प्रतिभागी:

बैठक में उप विकास आयुक्त, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, उप नगर आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, सभी एमओआईसी, सभी सीडीपीओ और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

 

फाइलेरिया उन्मूलन के प्रति संकल्प:

जिला उपायुक्त ने कहा कि फाइलेरिया का उन्मूलन सामूहिक प्रयास से ही संभव है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे समन्वय बनाकर कार्य करें और अभियान के दौरान हर दिन की प्रगति पर नजर रखें। अधिक से अधिक लोगों को दवा बूथ पर ही खिलाने की रणनीति बनाई गई ताकि घर-घर जाकर दवा वितरण की आवश्यकता कम हो।

फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का उद्देश्य झारखंड को इस बीमारी से मुक्त कराना और स्वस्थ समाज की दिशा में कदम बढ़ाना है।

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