मानव को जीवन भर अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए: सुरेन्द्र हरिदास महाराज
मानव को जीवन भर अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए: सुरेन्द्र हरिदास महाराज
डीजे न्यूज, कतरास, धनबाद : मानव जीवन में सबसे महत्वपूर्ण कार्य है धर्म का पालन करना। धर्म, केवल एक धार्मिक आचार-व्यवहार नहीं, बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में सत्य, अहिंसा और नैतिकता का पालन करना है। उक्त बातें कथावाचक सुरेंद्र हरिदास महाराज ने बुधवार को प्रवचन के दौरान कहीं। कतरास के सूर्य मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद भागवत कथा के दौरान कथावाचक ने कहा कि बच्चों को हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने की शिक्षा देना चाहिए, ताकि वे जीवन में सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें और समाज में एक अच्छा नागरिक बन सकें। भारत देश का पहला अधिकार सनातनियों का है। यह सनातन संस्कृति की जड़ों से जुड़ी बात है, जो प्राचीन भारत की सभ्यता और संस्कृति को जीवित रखती है। सनातन धर्म को बचाने के लिए एक मजबूत सनातन बोर्ड का गठन होना जरूरी है, जो इस धर्म के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में मदद कर सके। इस बोर्ड का उद्देश्य न केवल सनातन धर्म की रक्षा करना है, बल्कि उसे समय की धारा के साथ जोड़कर आगे बढ़ाना भी है। उन्होंने कहा कि किसी भी खास अवसरों पर लोगों को अच्छे आचार-व्यवहार, श्रद्धा और पवित्रता के साथ आमंत्रित करना चाहिए, जिससे परिवार और समाज में एक अच्छा संदेश जाए। मानव जीवन का सबसे बड़ा धर्म है दूसरों की मदद करना और उनकी भलाई के लिए काम करना। हर व्यक्ति को अपने आस-पास के लोगों की मदद करने की भावना को विकसित करना चाहिए। मानव को जीवन के हर कदम पर हमें अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। वे हमारे जीवन के पहले गुरु होते हैं, जिनसे हमें जीवन की महत्वपूर्ण बातें सीखने को मिलती हैं। आठ दिनी धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने में किशोरी गुप्ता, अशोक वर्मा, विनय कृष्ण गुप्ता, विजय गुप्ता, श्रीकृष्ण गुप्ता ,अवधेश कु गुप्ता, मनोज गुप्ता, उदय वर्मा, सुशील खेतान, हिम्मत सिंह, दीपक सोनी, महेश अग्रवाल, राजेश चौंखानी, विकास साहू, संजय गुप्ता, कस्तूरी देवी, गीता देवी, अलका देवी, बबीता देवी, नर्मदा देवी, मनीषा देवी, कविता गुप्ता, सुषमा वर्मा, माया खैतान, सुमन देवी आदि सक्रिय हैं।