सीसीएल डीएवी में गुरुदेव गुरु नानक देव महाराज, भगवान बिरसा मुंडा व नारायण दास ग्रोवर की जयंती यज्ञ और हवन के साथ मनी
सीसीएल डीएवी में गुरुदेव गुरु नानक देव महाराज, भगवान बिरसा मुंडा व नारायण दास ग्रोवर की जयंती यज्ञ और हवन के साथ मनी
डीजे न्यूज, गिरिडीह : शुक्रवार को तीन महान अनुभूतियों के जन्मदिवस का डीएवी पब्लिक स्कूल सीसीएल गिरिडीह के यज्ञशाला में सर्वप्रथम यज्ञ-हवन से श्री गणेश हुआ। संचालन वरिष्ठ शिक्षक नव कुमार हलदर ने किया। उन्होंने कर्मयोगी नारायण दास ग्रोवर, गुरुदेव गुरु नानक देव महाराज और भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस पर उनके जीवन पर प्रकाश डालने के लिए कई वक्ताओं ने अपना- अपना मत रखने के लिए आमंत्रित किया।विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक दिलीप कुमार ने एन डी ग्रोवर के जीवन को कर्म एवं सादगी से भरा बताया। कक्षा 11वीं की छात्रा आरुषि कुमारी ने एनडी ग्रोवर के जीवन के उद्देश्य एवं इनके बीच आने वाले कठिनाइयों एवं झारखंड बिहार में डीएवी का बीज बोकर कैसे उसे वट वृक्ष बनाया इस पर प्रकाश डाला।वरिष्ठ शिक्षक विजय पाठक ने इन तीन महान अनुभूतियों का योगदान विश्व पटल पर और भारत के प्रदेश में क्या-क्या रहा यह अपने संबोधन में बताया। वरिष्ठ शिक्षिका काकोली शाहा ने एनडी ग्रोवर पर अपने स्वरचित कविता का पाठ कर सभा में उपस्थित सभी को मंत्र मुक्त कर दिया। वरिष्ठ शिक्षक नव कुमार हलधर ने अपने गायन कौशल का प्रदर्शन कर वातावरण को संगीत में बना दिया। शिक्षक आशीष कुमार सिन्हा ने झारखंड के लोकगीत गाकर सभी को मंत्र मुक्त कर दिया। विद्यालय के प्राचार्य ओमप्रकाश गोयल ने गुरु नानक देव जी के बारे में बताते हुए कहा कि कैसे आक्रांताओं का विरोध करते हुए सिख धर्म की स्थापना की। जिसका एकमात्र उद्देश्य था अपने धर्म की रक्षा एवं मानवता की सेवा। भगवान बिरसा मुंडा एवं झारखंड की धरती को नमन करते हुए कहा कि कैसे उन्होंने 25 साल की उम्र में ही अपने अविश्वसनीय कार्यों के द्वारा लोगों के बीच भगवान का दर्जा प्राप्त कर लिया था। कर्मयोगी नारायण दास ग्रोवर के साथ बिताए अपने निजी जीवन एवं उनके कार्यों को सभी के साथ साझा किया। कैसे ग्रोवरजी ने झारखंड और बिहार में डीएवी के माध्यम से समाज में शिक्षा का लौ जलाए। कर्मयोगी ग्रोवर जी के अद्वितीय कार्यों के कारण ही उन्हें बिहार का गांधी भी कहा जाने लगा। महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके उत्थान के लिए उन्होंने अनेक कार्य किया। प्राचार्य ने सभा में उपस्थित सभी शिक्षकों, कर्मचारी एवं बच्चों से कहा कि हमें भी कर्म योगी ग्रोवर जी के कर्म निष्ठा से सीख कर अपने-अपने कार्यों के प्रतिनिधि निष्ठा रखनी चाहिए ताकि शिक्षा का यह मंदिर सदा समाज को प्रकाशमय करता रहे। अंत में सभी के द्वारा शांति पाठ किया गया तदुपरांत तीनों महान अनुभूतियों को पुष्प अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर प्राचार्य ओमप्रकाश गोयल, शबाना रब्बानी, विश्वनाथ घोषाल, काकोली शाहा,शाश्वती मुखर्जी, दिलीप कुमार, विजय पाठक, नियाज खान, सुमन मिश्रा, आशीष सिन्हा,बासुदेव पटनायक, बबलू कुमार, नव कुमार हलधर, अजीत साहू, आशीष कुमार सिन्हा, निशांत गुप्ता, मोयना गोस्वामी, ईशानी, निधि सिन्हा, काजल कुमारी, श्वेता सिन्हा, नेहा जैन, सोनल कुमारी, सुप्रीति कुमारी, कुंदन कुमार, अमित कुमार, प्रवीण कुमार, प्रसेनजीत मैती, दिवाकर बरनवाल, बद्री प्रसाद, राकेशेश्वर सिंह, अरुण कुमार, दीपक कुमार, दीपांशु कुमार, रविराज एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।