नाबालिग से दुष्कर्म में संजय महतो को उम्रकैद
डीजे न्यूज, गिरिडीह : नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में संजय कुमार महतो को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। पोक्सो के विशेष न्यायधीश यशवंत प्रकाश की अदालत ने सोमवार को दोनों पक्षों के दलीलें सुनने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही अन्य धारा में आठ साल की भी सजा सुनाई गई है। दोनों सजा साथ-साथ चलेगी। न्यायालय ने सजायाफ्ता संजय महतो को कुल तीस हजार रुपए अर्थदंड जमा करने का भी आदेश दिया है। जुर्माना राशि जमा नहीं करने पर अतिरिक्त सजा जेल में काटनी होगी। इसके पूर्व सजा की बिंदु पर बहस करते हुए बचाव पक्ष के अधिवक्ता प्रकाश सहाय ने कम सजा देने की मांग की। कहा कि करीब दो साल तक उनका मुवक्किल जेल में काट चुका है। साथ ही पारिवारिक रूप से वह घर का कमाऊ सदस्य हैं। इसपर पूरा परिवार निर्भर था। लिहाजा कम सजा दिया जाए। वहीं अपर लोक अभियोजक विजय कुमार ने कड़ी सजा देने की मांग की। कहा कि पोक्सो एक्ट का गठन ही नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न रोकने के उद्देश्य से हुआ था। इसके बावजूद आज भी नाबालिग बच्चियां ऐसे दरिंदो से सुरक्षित नहीं है। जो अपने होने के बाद भी उसके अस्मिता से खेलते हैं। ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिले जिससे समाज मे एक संदेश जाएगा। घटना निमियाघाट घाट थाना क्षेत्र की है।
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पीड़िता चिल्लाती रही, संजय लुटता रहा अस्मत :
-घटना 27 जुलाई 2020 की है। इस कांड की सूचिका सह पीड़िता ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कही थी कि दिन के करीब तीन बजे वह मंदिर से पूजा कर घर आई। पीछे से संजय महतो भी उसके घर घुस गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। पहले वह पीड़िता को संबंध बनाने के लिए बहुत दबाब दिया। जब पीड़िता नही मानी तो बलपूर्वक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। पीड़िता चिल्लाती रही। उसकी आवाज़ सुनने वाला कोई नही था। पीड़िता की मां की मृत्यु पहले हो चुकी है। जब संजय दुष्कर्म कर पीड़िता के घर से निकल कर भाग रहा था तो उसके पिता ने पकड़ लिया। इस घटना को लेकर पंचायती हुई। ग्रामीणों ने इस दौरान रफा दफा करने का भी प्रयास किया पर पीड़िता ने संजय के खिलाफ सुलह करने की बात मंजूर नही की। इस कारण थाना में सूचना देने में विलंब हुआ था। न्यायालय में भी पीड़िता ने अपने पूर्व के बयान को ही दोहराया। उसे इंसाफ चाहिए था।उसने न्यायालय में भी निर्भिक होकर अपनी गवाही दी। हालांकि उसे न्याय मिलने में करीब दो वर्ष जरूर लगे, पर उसके हिम्मत और धौर्य ने न्याय दिलाया है। जो उसके दिल पर लगे गहरे जख्म को कम करेगा।