दिगंत परिवार के चिंतन शिविर में स्वावलंबन और कृषि पर विशेष जोर

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दिगंत परिवार के चिंतन शिविर में स्वावलंबन और कृषि पर विशेष जोर

डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी, धनबाद : दिगंत परिवार की ओर से शनिवार को शाश्वत वाटिका शंकरडीह में दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ हुआ। इस शिविर में जिले भर से करीब तीन दर्जन से अधिक प्रबुद्धजनों ने हिस्सा लिया। पहले दिन स्वावलंबन, स्वास्थ्य, शिक्षा, और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चिंतन और चर्चा की गई।

वक्ताओं ने स्वावलंबन और स्वरोजगार के महत्व पर विचार साझा किए। उन्होंने विशेष रूप से गौ-पालन और कृषि पर जोर दिया। वक्ताओं का कहना था कि दूध न देने के बावजूद गाय का अपशिष्ट, विशेष रूप से गोबर, कृषि और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा, उन्होंने किसानों के बीच कृषि के प्रति घटती रुचि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में नवाचार को अपनाकर किसानों को उचित सम्मान और सहयोग देना आवश्यक है।

चर्चा में यह भी उभरा कि धान की फसल के साथ-साथ अन्य फसलों की खेती पर भी जोर दिया जाए, जिससे कृषि क्षेत्र में विविधता आए और किसानों की आय में वृद्धि हो। इस शिविर में दिगंत पथ के संस्थापक शैलेन्द्र सिंह, समाजसेवी महेंद्र अग्रवाल, किरीट चौहान, कृष्ण लाल रूंगटा, एस एन लाल त्यागी, रमेश रूज, प्रसुन्न हेम्ब्रम, विश्वनाथ हांसदा, सरोज महतो, रविंद्र टुडू, हेनोलाल हेम्ब्रम, सुशील मंडल, और अनील मुर्मू समेत कई अन्य प्रबुद्धजन मौजूद रहे।

चिंतन शिविर के इस आयोजन ने क्षेत्र में स्वावलंबन और कृषि के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक सकारात्मक कदम के रूप में कार्य किया है, और इन विचारों से स्थानीय निवासियों को काफी प्रेरणा मिलेगी।

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