राजधनवार में भाकपा माले के कार्यकर्ता सम्मेलन में “भाजपा हटाओ, झारखंड बचाओ” की गूंज
डीजे न्यूज, राजधनवार, गिरिडीह : धनवार के गंगापुर में सोमवार को भाकपा माले द्वारा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मुख्य रूप से धनवार भाकपा माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने भाग लिया। सम्मेलन में “भाजपा हटाओ झारखंड बचाओ” और “कॉमरेड ए.के. राय, कॉमरेड महेंद्र सिंह के सपनों का झारखंड बनाओ” के तहत चर्चा की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कौशल्या दास और संचालन सगीर अंसारी ने किया। कार्यकर्ता सम्मेलन जिला परिषद भाग संख्या 17 और 18 क्षेत्र के भाकपा माले कार्यकर्ताओं की जीवी बैठक के रूप में किया गया। इस दौरान माले नेता क्यूम अंसारी ने कहा कि बीते दिनों हुई मुस्लिम एकता की बैठक को राजनीतिक मंच बताते हुए कहा कि सियासी तालीम बेदारी की बातें नहीं कर टिकट कैसे मिले इसकी चिंता को लेकर लोग बैठक कर रहे थे।
राजकुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा कि 2014 में जो धनवार विधानसभा में विकास की लकीर उनके कार्यकाल में खींची गई थी, वह लकीर वर्तमान विधायक ने पूरी नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर धनवार विधानसभा में पुनः विकास की गंगा बहानी है तो उन्हें फिर से धनवार की बागडोर देनी होगी और इसके लिए अभी से ही बूथ स्तर पर मजबूती से काम करना शुरू कर देना होगा।
रामेश्वर चौधरी ने कहा कि वोट के दिनों में जिस बूथ में वोट पड़ती है वहां के बूथ को जिताना होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के 24 साल में लगभग 17-18 साल भाजपा की सरकार रही। हेमंत सरकार ने गरीब महिलाओं के लिए मैया योजना के तहत प्रत्येक माह एक हजार रुपये देने, दो सौ यूनिट बिजली मुफ्त, पुरानी बिजली बिल माफ करने आदि का काम किया है जिससे भाजपा को पेट में दर्द होने लगा है। उन्होंने कहा कि बूथ को सबसे पहले मजबूत कर बूथ कमिटी को सशक्त बनाना होगा और एक-एक साथी को बूथ का पैमाइस कर चिन्हित करना होगा।
राजकुमार यादव ने बूथ कमिटी की मजबूती पर जोर देते हुए कहा कि 45 दिनों के भीतर चुनाव संबंधित सभी कार्यों को निपटाना है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी किसानों की पार्टी है और राजधनवार में गरीबों का राशन लूटा जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने 18 लाख राशन कार्ड को घटा दिया है। ब्लॉक, थाना और अंचल में भारी लूट मची है और धर्म, जाति, कोम और पैसे लेकर वोट देने से बचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में जो विकास की लकीर खींची, उसे बाबूलाल मरांडी भी मिटा नहीं पाए। भाजपा को रोकना जरूरी है, नहीं तो झारखंड को अडानी-अंबानी बना देंगे। उन्होंने कहा कि इस बार