दस मजदूरों का जत्था वापस लौटा अपना वतन, गांवों में खुशी की लहर
डीजेन्यूज डेस्क : अफ्रीकी देश माली में फंसे झारखंड के 33 प्रवासी मजदूरो तीसरा 10 मजदूरो का जत्था आज मंगलवार को रांची पहुंचा।लगभग दोपहर एक बजे रांची एयर पोर्ट पर एयर इंडिया की फ़्लाईट से उतरने के पश्चात सबसे अपने प्रदेश की मिट्टी को माथे पर लगाकर झारखंड सरकार, केंद्र सरकार, भारतीय विदेश मंत्री केन्द्रीय मंत्री अन्न्पूर्णा देवी और समाजसेवी सिकन्दर अली का शुक्रिया अदा किया।ततपथ्चात अपने .अपने गाँव के लिए रवाना हुए।गांव पंहुचने पर परिजनो ने भी अपनों के वतन लौटने की ख़ुशी में गांव में लड्डू बांटे।गौरतलब है कि झारखंड के गिरिडीह एंव हजारीबाग जिले के 33 मजदूर पिछले वर्ष दलालों के जरिये अफ्रीकी देश माली गये थे।माली में सभी मजदूर केपीटीएल ट्रांसमिशन कंपनी में कार्यरत थे।लेकिन शुरुवाती कुछ महीनों के बाद कंपनी के द्बारा तीन चार माह की सैलरी बंद कर दिये जाने से मजदूरो के समक्ष भोजन तक के लाले पड़ने लगे।विवश होकर मजदूरों ने अपनी व्ययथा प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले सिकन्दर अली से साझा की।सिकन्दर अली ने मीडिया के जरिये प्रवासी मजदूरो की पीड़ा को वीडियो शेयर कर को शासन.प्रशासन तक पहुचाया। मीडिया में खबरे आने के बाद झारखंड के सीएमओ, श्रम मंत्री भारतीय दूतावास के अलावा केन्द्रीय मंत्री अन्न्पुर्णा देवी व अन्य जनप्रतिनिधियो ने अपने अपने स्तर से पहल की। तब जाकर मजदूरों की सैलरी भुगतान हुआ एंव वेतन वापसी संभव हुई।
इस समूह में मजदूरो में हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड के
सुकर महतो (उच्चाघाना)
नंदलाल महतो (उच्चाघाना)
संदीप महतो (उच्चाघाना)
तिलक महतो (उच्चाघाना)
सुनील महतो (उच्चाघाना)
जिवाधन महतो (महतोईय)
त्रिलोकी महतो (मडमो)
गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के
सहदेव महतो (कसमाकुरा)
गिरिडीह जिले के सरिया प्रखंड के
गोपाल महतो (खुटा घटवाबांध)
संतोष महतो (श्रीरामडीह)