कोषागार से विपत्र निकासी की बैठक में उपायुक्त ने दिए कई निर्देश
डीजेन्यूज डेस्क : सोमवार को समाहरणाल सभागार कक्ष में उपायुक्त की अध्यक्षता में कोषागार से विपत्र निकासी से संबंधित बैठक आयोजित की गई।बैठक में उपायुक्त द्वारा विभागवार प्राप्त आवंटन की कोषागार से विपत्र निकासी की समीक्षा कर संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा.निर्देश दिए गए। यही नहीं उपयुक्त ने तल्ख तेवर अपनाते हुए विभागों को ससमय बिल कोषागार में भेजने की बात कही।
बताया जाता है कि उपायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सभी विभागों को निर्देश दिया गया कि प्राप्त आवंटन का एक्सपेंडिचर स.समय करा लें। उपायुक्त ने 14 फरवरी के बाद प्राप्त आवंटन के विरुद्ध 25 फरवरी 2022 तक भी विपत्र प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि दिनांक 25 फरवरी 2022 तक प्राप्त आवंटनों के विरुद्ध दिनांक 28 फरवरी 2022 तक विपत्र समर्पित कर दिया जाए।
बैठक में जिला कोषागार पदाधिकारी ने बताया कि सामग्रियों के क्रयध्आपूर्ति के बिल से संबंधित मामले में स्टॉक एंट्री का प्रमाण पत्र अंकित किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे आवंटन रजिस्टर जिनमें डीडीओ का हस्ताक्षर नमूना संलग्न नहीं है, उनमें वर्तमान निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी का अभिप्रमाणित हस्ताक्षर का नमूना संलग्न किया जाए। साथ ही अनुदान एवं योजना से संबंधित विपत्रों के साथ सरकार की स्वीकृत्यादेश एवं आवंटन आदेश की प्रति अवश्य संलग्न की जाए। इस संदर्भ में उपायुक्त ने सभी संबंधित विभाग को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग प्राप्त आवंटन से संबंधित बिल को ससमय कोषागार कार्यालय में जमा करें ताकि निकासी करने में सहूलियत हो। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि 31 मार्च तक सभी विभाग प्राप्त आवंटन से संबंधित बिल का निकासी कर उसका व्यय करें। साथ ही उन्होंने कहा कि वेतन के मामलों में यह सुनिश्चित किया जाए कि जिन कर्मियों द्वारा माह फरवरी 2022 तक कार्य किया गया हैए उन कर्मियोंध्पदाधिकारियों के फरवरी 2022 के वेतन से टीडीएस आयकर की कटौती के पश्चात ही वेतन की निकासी की जाय।
बैठक में ये थे उपस्थित
उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी गिरिडीह, जिला कोषागार पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला भू.अर्जन पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल सभी व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।