लिखित व मौखिक वाणी में मधुरता का समावेश जरूरी: प्राचार्य राजेश

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लिखित व मौखिक वाणी में मधुरता का समावेश जरूरी: प्राचार्य राजेश 

डीजे न्यूज, महुदा, धनबाद : रवि महतो स्मारक टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज महुदा में गुरूवार को मृदुभाषी संप्रेषण क्षमता का विकास पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शुभारंभ महाविद्यालय के मुख्य प्रशासक मधुसूदन महतो, महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ.राजेश कुमार यादव, डीएलएड विभागाध्यक्ष डाॅ.नवीन मंडल के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मृदुभाषी सम्प्रेषण क्षमता पर सच्चिदानंद महतो, मधु कुमारी, बसन्त कुमार, अंजु कुमारी, किरण कुमारी, फुलचन्द महतो, मिथुन रवानी, कोमल कुमारी, श्रेया राय, मानसी सिंह द्वारा विचार प्रस्तुत किया गया। प्रशासक मधुसूदन ने कहा कि यह विषय सारगर्भित एवं संवेदनशील है। इसका उचित परिपालन करके संवेगों को नियंत्रित किया जा सकता है। प्राचार्य डाॅ. राजेश ने कहा कि आज पूरे विश्व में मृदु-भाषी संप्रेषण क्षमता की समस्या है। वैश्विक स्तर पर इस पर कार्य किया जा रहा है। मानव जीवन में यदि बोलने की कुशल, मधुर क्षमता विकसित हो जाय तो पूरे समाज में समरसता एवं भाईचारा का माहौल हो जायगा। इसलिए अपनी लिखित एवं मौखिक वाणी में मधुरता का समावेश आवश्यक है। तभी समाज एवं देश विश्व गुरू के रूप में सामने आयेगा। कार्यक्रम को डीएलएड के विभागाध्यक्ष डाॅ.नवीन मंडल, डाॅ.मंजु कुमारी, अजय शंकर महतो, पुष्पा कुमारी, सविता कुमारी आदि शिक्षकों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किये। संचालन मिथुन कुमार रवानी एवं मधु कुमारी ने किया।धन्यवाद ज्ञापन विजय कुमार महतो ने किया।  सफल बनाने में सजल बनर्जी, रविकांत पाण्डेय, त्रिलोकी नाथ बिन्द, लालमनी महतो आदि का सहयोग रहा।

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