पूर्वी टुंडी में सड़क व पुलिया निर्माण में भारी गड़बड़ी, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
पूर्वी टुंडी में सड़क व पुलिया निर्माण में भारी गड़बड़ी, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
संजीत कुमार तिवारी, पूर्वी टुंडी, धनबाद : धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी प्रखंड अंतर्गत घोषालडीह से बारकेतनी तक लगभग 3.5 किलोमीटर लंबी सड़क की मरम्मत समेत पुलिया व गार्डवाल निर्माण कार्य में संवेदक सरकारी खजाने का बंदरबाट करने में कोई कसर नही छोड़ रहा है। निर्माण कार्य में बराकर नदी का अवैध पत्थर उपयोग किया जा रहा है। साथ ही निर्माण कार्य में सीमेंट, बालू की मात्रा में भी अनियमितता बरती जा रही है। ग्रामीणों ने जब अनियमितता को देखा तो विरोध जताते हुए मामले की शिकायत संबंधित विभाग के कनीय अभियंता रौशन कुमार से की। कनीय अभियंता ने भी बराकर नदी के पत्थर के उपयोग को अवैध बताया।
ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। उल्टा संवेदक ने ही आचार संहिता का हवाला देकर थाने में कुछ ग्रामीणों के विरुद्ध शिकायत कर दी। इससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गए। ग्रामीण शुक्रवार को कार्यस्थल पर पहुंच कर संवेदक के मुंशी से कार्य में गुणवत्ता लाने की बात कही। इस पर उल्टे मुंशी ने ही ग्रामीणों को धमकाते हुए कहा कि आप कार्य का निरीक्षण करने वाले कौन होते हैं l जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने संवेदक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्य में सुधार करने की मांग की। साथ ही ग्रामीणों ने मामले की लिखित शिकायत अंचलाधिकारी से की है।
इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सालकर से दूरभाष पर बात करने पर उन्होंने बताया कि नदी का पत्थर उपयोग करना पूरी तरह अवैध है। यदि शिकायत सही पाई जाती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मामले को लेकर पूर्वी टुण्डी अंचलाधिकारी देवराज गुप्ता ने बताया कि कार्य में अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों ने की है। इस पर विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं कनीय अभियंता से दूरभाष पर बात करने का प्रयास किया गया परंतु उन दोनों ने फोन रिसीव नहीं किया।
कार्यस्थल पर मौजूद संवेदक के मुंशी जय कुमार महतो ने बताया कि बराकर नदी का पत्थर उपयोग किया जा रहा है। बाकी ग्रामीणों ने जो अनियमितता की शिकायत की हैं, वो बिल्कुल ही गलत है।
बहरहाल अब देखना है कि मामले की संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारी कार्य में सुधार करते हैं या इसी तरह सरकारी पैसे की बंदरबाट होते रहेगी।