गामा कुरैशी हत्याकांड में चार दोषी करार
गामा कुरैशी हत्याकांड में चार दोषी करार
कुरैशी मुहल्ला में मामूली विवाद पर दिनदहाड़े हुई थी हत्या
डीजे न्यूज, गिरिडीह : शहर के चर्चित गामा कुरैशी हत्याकांड में न्यायालय का निर्णय आया है। जिला जज सष्ठम लक्ष्मीकांत की अदालत ने इसे हत्या करार देते हुए चार लोगों को इसका जिम्मेदार ठहराया है। इस हत्याकांड में न्यायालय में चार लोगों का केस एकसाथ चल रहा था। दोषी पाए गए अभियुक्तों में जेल में बंद फेकू कुरैशी और जमानत पर बाहर चल रहे शेरू कुरैशी, मो फेज कुरैशी और शाहिद कुरैशी शामिल हैं। वही न्यायालय में वाद विचरण के दौरान आरोपित सन्नाटा फरार हो गया था।न्यायालय से उसके खिलाफ कुर्की वारंट निर्गत किया गया है। वहीं जेल में बंद अन्य आरोपित गुलाम रसूल उर्फ बिग्गू, बबलू और सैफ के खिलाफ पुलिस ने तय सीमा के अंदर चार्जशीट नहीं दाखिल करने पर जमानत पाकर बाहर है जिसका मामला अलग से चल रहा है।न्यायालय ने चारों दोषी करार दिए गए अभियुक्तों के सजा की बिंदु ओर सुनवाई 14 मार्च को निर्धारित किया है। इस मामले में अभियोजन के तरफ से एपीपी धनंजय दास और वरीय अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा मंटू ने चश्मदीद, सूचक, जख्मी, डॉक्टर और पुलिस की गवाही न्यायालय में दर्ज कराई थी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के निर्णय का कई हवाला न्यायालय में दिया।लंबी चली बहस में कई दलीलें दी गई।जिसे न्यायालय ने माना और गामा कुरैशी की मौत को हत्या करार देते हुए चारों को दोषी करार दिया। बचाव पक्ष से अधिवक्ता प्रमोद कुमार ने बहस की।
पूर्व से चल रहा मामूली विवाद बना
हत्या का कारण
मामूली विवाद को लेकर 17 जून 2019 को कुरैशी मोहल्ले में गामा कुरैशी व फेंकू कुरैशी के साथ उनके परिजनों के बीच हिसक झड़प हुई थी। जिसमें भुजाली के वार से गामा कुरैशी की मौत हो गई थी जबकि उनके तीन पुत्र भी मारपीट में घायल हुए थे। इस घटना में दूसरे पक्ष के फेंकू कुरैशी व उनका पुत्र जाहिद कुरैशी घायल हो गए थे जिन्हें सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था। फेंकू व उसके पुत्र जाहिद जख्मी होने के बावजूद पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके थे।कुरैशी मोहल्ला के अब्दुल मजीद उर्फ गामा कुरैशी ने मोहल्ले के ही सन्नाटा उर्फ आफताब के विरुद्ध घर में लूटपाट करने की प्राथमिकी घटना के कुछ दिन पूर्व थाने में दर्ज कराई थी। इसी मामले की जांच करने पुलिस दिन के करीब 12 बजे कुरैशी मोहल्ला पहुंची थी। गामा के पुत्र ने पुलिस को सन्नाटा का घर दिखा दिया। इसी बात को लेकर सन्नाटा आक्रोशित हो गया और पुलिस के जाते ही दोपहर सभी एकराय होकर गामा व उसके पुत्र से उलझ गया। बाइक के टकराने का बहाना बनाकर विवाद बढ़ा दिया गया। विवाद हिसक झड़प तक जा पहुंची जिसमें भुजाली के प्रहार से गामा की मौत हो गई थी।