लच्छुरायडीह में लगी शिविर, सीडीपीओ पर भड़के मुखिया प्रतिनिधि मनीष साव
लच्छुरायडीह में लगी शिविर, सीडीपीओ पर भड़के मुखिया प्रतिनिधि मनीष साव
अवैध वसूली करने का भी लगाया आरोप, सीडीपीओ ने किया इंकार
डीजे न्यूज, टुंडी, धनबाद : टुंडी प्रखंड के लच्छुरायडीह पंचायत में शुक्रवार को झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत उपस्थित मुख्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। सुबह से ही पंचायत के विभिन्न गांवों के लोग कार्यक्रम में अपनी-अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन लेकर पहुंचे और संबंधित विभाग के द्वारा लगाए गए काउंटर पर आवेदन जमा किए। कार्यक्रम में दर्जनों लाभुकों को मनरेगा जॉब कार्ड, सर्वजन पेंशन स्वीकृति प्रमाण पत्र, छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, छात्राओं को साइकिल खरीदने के लिए चेक का प्रारूप, पौधा, धोती साड़ी आदि वितरण किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रखंड विकास पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार चौरसिया, अंचलाधिकारी रवि कुमार, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी मूरत महतो, सहकारिता पदाधिकारी सह प्रभारी आपूर्ति पदाधिकारी ओम प्रकाश दास, डॉक्टर राजकुमार सोनी, मुखिया सविता देवी, जिप सदस्य दिव्या बास्की, मुखिया प्रतिनिधि सह बाघमारा विधायक प्रतिनिधि मनीष साव, झामुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश टुडू, पंचायत समिति सदस्य जगदीश मंडल, गोपाल पाल, असद कलीम, दुलाल दे, कुदुष अंसारी, सुखदेव महतो, प्रदीप कुमार,इबरार अंसारी, शहजाद अंसारी आदि मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान बाल विकास परियोजना के द्वारा लगाए गए स्टॉल पर उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आलोका चौधरी ने बगैर स्थानीय मुखिया, जिप सदस्य एवं अन्य जनप्रतिनिधि के मौजूदगी में कई गर्भवती महिलाओं का गोद भराई रस्म एवं कई बच्चों का मुंह जुठाई रस्म संपन्न करवा दिया। जब उक्त स्टॉल पर कार्यक्रम संपन्न करवाने के लिए स्थानीय मुखिया, जिप सदस्य एवं अन्य जनप्रतिनिधि पहुंचे, तब तक बाल विकास परियोजना का सभी कार्यक्रम संपन्न हो चुका था इस पर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सह बाघमारा विधायक प्रतिनिधि मनीष साव बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आलोका चौधरी पर भड़क गए। जमकर उन्हें खरी खोटी सुनाई और मनमानी करने का आरोप लगाते हुए बाल विकास परियोजना द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं पर अवैध वसूली करने का भी आरोप लगाया। इस मामले पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आलोका चौधरी से पूछे जाने पर पहले तो वह जवाब देने से बचते रहे, फिर उन्होंने कहा कि अवैध वसूली का आरोप बिल्कुल निराधार है। लाभुक महिलाओं के छोटे बच्चों के रोने के कारण जल्दबाजी में कार्यक्रम संपन्न करवाया गया।