वेतनमान को लेकर सहायक अध्यापक एकजुट, 19 को घेरेंगे विधानसभा
अल्पसंख्यक विद्यालय में बगैर टेट एवं अन्य अहर्ता परीक्षा के नियुक्त हुए शिक्षकों को 9300–34800 का वेतनमान एवं पुरानी पेंशन की स्वीकृति जबकि 20 वर्षों से काम कर रहे सहायक अध्यापकों को वेतनमान देने में तकनीकी एवं कानूनी अड़चन बता रही सरकार. दोहरी नीति के खिलाफ आक्रोश
डीजे न्यूज, टुंडी, धनबाद : झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर रविवार को बड़ा जमुआ मैदान बरवाअड्डा में सहायक अध्यापकों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता नीलाम्बर रजवार ने की जबकि संचालन नवीन चंद्र सिंह व राजीव सिंह ने संयुक्त रूप से किया। बैठक में मुख्य रूप से झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के सदस्य निरंजन कुमार दे व सुशील कुमार पांडेय उपस्थित हुए। इस मौके पर उपस्थित सहायक अध्यापकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की दोहरी नीति के कारण झारखंड के 62000 सहायक अध्यापकों का शोषण होने का आरोप लगाया। कहा कि हेमंत सरकार ने अल्पसंख्यक विद्यालयों में बिना टेट एवं अन्य अहर्ता परीक्षा का शिक्षकों की नियुक्ति का 9300—34800 का वेतनमान एवं पुरानी पेंशन की स्वीकृति दी, किंतु 20 वर्षों से काम कर रहे टीईटी, सीटीईटी एवं आकलन परीक्षा उतीर्ण सहायक अध्यापकों को वेतनमान देने में सरकार एवं अधिकारियों को कानूनी एवं तकनीकी परेशानी हो रही है। यह सरकार की गलत मानसिकता एवं दोहरे चरित्र को दर्शाती है। निरंजन कुमार दे व सुशील कुमार पांडे बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने 2019 में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत पर झारखंड के पारा शिक्षकों से महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 3 महीने का भीतर वेतनमान देने का वादा किया था। आज सरकार के 4 वर्ष बीतने के बाद भी हेमंत सोरेन ने अपना वादा पूरा नहीं किया। सरकार के इस शोषण के खिलाफ झारखंड के 62000 सहायक अध्यापक /अध्यापिका आगामी 19 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे। इसके बाद भी सरकार के द्वारा अगर सहायक अध्यापकों को वेतनमान देने की घोषणा सदन के अंदर नहीं की जाती है तो आगामी 28 दिसंबर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रांची स्थित आवास का गेट पूरी तरह से जाम करते हुए अनिश्चितकालीन घेराव किया जाएगा।
बैठक में धनबाद जिला प्रतिनिधि नरेश महतो, अभिराम मुर्मू, संतोष कुमार, अनिल राज़वंशी, संजय कुमार, नंद लाल महतो, नंदकिशोर महतो, मंजूर आलम, ताहीर अन्सारी, नारायण दत्त, मोहन कुंभकार, राजीव सिंह, कमलेश साव, लोचन साव, श्याम सुंदर गोस्वामी, आनंद तुरी, ललित चौधरी समेत सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे।