कतरास रेलवे इंस्टीट्यूट में कूच विहार के राजमहल की आकृति वाले पंडाल में विराजेगीं मां दुर्गा
कतरास रेलवे इंस्टीट्यूट में कूच विहार के राजमहल की आकृति वाले पंडाल में विराजेगीं मां दुर्गा
तरुण कांति घोष, कतरास, धनबाद : दुर्गोत्सव के भव्य आयोजन के लिए कतरास कोयलांचल पूरे झारखंड में मशहूर है। देश विदेश की इमारतें और मंदिरों के स्वरूप में बनने वाले यहां के पूजा पंडाल और शिल्पकारों द्वारा उसमें उकेरी गई कलाकृतियां लोगों को खूब आकर्षित करती हैं। पूजा के दौरान लगने वाले मेले को देखने के देखने के लिए ना सिर्फ झारखंड, बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी लोग यहां आते हैं। कतरास के रानीबाजार, रेलवे इंस्टीट्यूट, जीएन एम हाई स्कूल मैदान में भव्य पंडाल के निर्माण में कारीगर लगे हुए हैं। इसके अलावा केशलपुर, नदी किनारे, बंगाल पाड़ा, मालगोदाम तथा राजबाड़ी में परंपरागत ढंग से मंदिर में पूजा का आयोजन होते आ रहा है।
रेलवे इंस्टीट्यूट में कूच विहार के राजमहल की दिखेगी आकृति: कतरास के रेलवे मैदान इंस्टिट्यूट मैदान में पश्चिम बंगाल के कूच विहार के राजमहल के आकृति का पंडाल बनाया जा रहा है। आंतरिक सज्जा में केदारनाथ त्रासदी को दर्शाया जाएगा। लकड़का के मूर्तिकार सुभाष कुमार मां दुर्गा की प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। लाइट का काम प्रवीण लाइट एंड साउंड के जिम्मे है। रेलवे इंस्टिट्यूट मैदान में लगने वाले मेले में मौत का कुआं, मीना बाजार, ड्रेगेन ट्रेन, टावर झूला आदि श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। यहां 1944 से लगातार दुर्गोत्सव का आयोजन होते आ रहा है।
पूजा कमेटी : कमेटी में अध्यक्ष-प्रेम शंकर चतुर्वेदी, कार्यकारी अध्यक्ष-बिल्लु चटर्जी, सचिव-विजय महाजन, कोषाध्यक्ष-राजेश सिंह, मुख्य सलाहकार-राजेश पासवान, उपाध्यक्ष-आलोक नाथ गुप्ता, जयनाथ महतो, हैदर अली, सहायक सचिव-अनिल सोनी, संतोष राम, कार्यकारिणी सदस्यों में संतोष राजभर, श्याम किशोर राजभर उर्फ कल्लू, मिठु लाहा, जय मजूमदार सहित अन्य शामिल हैं।