हिंदी वैश्विक स्तर पर बिखेर रहा अपनी पहचान व चमक : राजेश उपाध्याय
हिंदी वैश्विक स्तर पर बिखेर रहा अपनी पहचान व चमक : राजेश उपाध्याय
राजभाषा सम्मेलन में शामिल होकर व वक्तव्य देकर बढ़ाया गिरिडीह का मान
दो दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन पुणे महाराष्ट्र में आयोजित
डीजे न्यूज, गिरिडीह : गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मलेन महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित हुआ। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में गिरिडीह के राजेश उपाध्याय ने भाग लेकर और प्रशंसित होकर पूरे जिले का मान बढ़ाया। उपाध्याय वर्तमान में एलआईसी गिरिडीह में कार्यरत हैं। नगर राजभाषा कार्यन्वयन समिति के सचिव भी हैं।राजभाषा हिन्दी के प्रगामी प्रयोग और समेकित प्रसार के लिए हमेशा प्रयत्नशील एवं तत्पर रहते हैं। उपाध्याय ने बताया कि प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री पूरे राष्ट्र स्तर पर राजभाषा के समेकित उत्थान एवं कार्यालय तथा दैनिक उपयोग में हिन्दी को अधिकाधिक शामिल करने के लिए अनवरत प्रयास कर रहे हैं। इसी प्रयास की एक कड़ी में यह आयोजन किया गया था। गृहमंत्री अमित शाह एवं गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के वक्तव्य का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि आजादी के पश्चात हिन्दी को जो सम्मान एवं गौरव प्राप्त होना चाहिए था, वह अभी तक नहीं मिल पाया है। प्रधानमंत्री के निर्देश एवं कुशल नेतृत्व में हिन्दी का दबा हुआ सम्मान अब प्रस्फुटित होकर निखर रहा है। वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान की चमक बिखेर
रहा है।
आने वाले दिनों में सभी उच्च शिक्षण संस्थानों एवं न्यायिक क्षेत्र में भी हिन्दी के प्रयोग को लेकर कार्ययोजनाएँ संपादित हो रही हैं। जल्द ही शैक्षणिक संस्थाओं को छात्रों तथा अध्येताओं को यह सहूलियत होगी। हिन्दी में अपना अध्ययन, शोध एवं अन्य कार्य हिन्दी में कर सकें।साथ ही यह अपील भी किया कि हरेक राष्ट्र की अपनी एक राष्ट्रभाषा होनी ही चाहिए तभी वह हर लिहाज से विकसित एवं सशक्त होकर अग्रणी राष्ट्र की पंक्ति में खड़ा हो सकता है। इस लिहाज से हम सभी को चाहिए कि हम सभी लोग हिन्दी को अपने प्यारे राष्ट्र की राष्ट्रभाषा के रूप में पहचान दिलाने के लिए हरसम्भव प्रयास करें। उपाध्याय ने वहाँ सम्पन्न कार्यशाला में कहा कि सीडैक एवं अन्य तकनीकी सहयोगियों के माध्यम से बनाये गए शब्द सिंधु एवं कंठस्थ टूल से हिन्दी का प्रयोग बहुत आसान हो गया है। हम सभी को हिन्दी के विकास के लिए अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए। साथ ही साथ कहा इस विशिष्ट आयोजन में भाग लेकर वह बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैंl