विक्रमादित्य क्लासेस में हर्ष व उल्लास के साथ मना शिक्षक दिवस
विक्रमादित्य क्लासेस में हर्ष व उल्लास के साथ मना शिक्षक दिवस
डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह के विक्रमादित्य क्लासेस में हर्ष व उल्लास के साथ मंगलवार को शिक्षक दिवस मनाया गया।
कहा जाता है बिना गुरु के ज्ञान नहीं मिलता है। मनुष्य के जीवन में गुरु का अहम योगदान होता हैं। गुरु कुम्हार की तरह होते हैं जो मिट्टी की बर्तन को सही आकार देने के लिए मिट्टी को कितनी बार रौंदता है, पिटता है, ठोकता है, आग में तपाता है फिर जाकर एक सुंदर बर्तन बनाता है। ठीक उसी प्रकार एक शिक्षक भी अपने शिष्य को कामयाब और चरित्रवान इंसान बनाने के लिए कुम्हार की तरह ही हर हथकंडे अपनाते हैं। शिक्षक के रवैये से कभी छात्र असंतुष्ट रहते हैं, लेकिन ये नहीं जान पाते कि शिक्षक बाहर से जितने सख्त हैं, अंदर से उतने कोमल ह्रदय के।
छात्र के सुनहरे भविष्य को तराशने का काम एक शिक्षक ही
करते हैं ।
इसीलिए तो गुरु को भगवान से भी उपर का दर्जा दिया गया है। कहा गया है कि
गुरू ब्रह्मा, गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:
इसका मतलब यह हुआ कि गुरु ही ब्रह्मा हैं, गुरु ही विष्णु हैं और गुरु ही भगवान शंकर हैं। गुरु ही साक्षात परब्रह्म हैं। ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं।
इसी भावना के साथ बच्चों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर डां. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया। विक्रमादित्य क्लासेस के छात्रों ने अपने शिक्षकों का सम्मान किया। छात्रों ने अपने शिक्षकों से केक कटवाए।
इस मौके पर कुमार गौरव, मृगेंद्र कुमार, अजय यादव, सागर कुमार विश्वकर्मा, मिलन, विवेक, संधीर कुमार वर्मा, मेघा वर्णवाल व अनेक छात्र उपस्थित थे।