नगर निगम टेंडर में रंगदारी कर पेपर फाड़ने में शिवम श्रीवास्तव बरी
नगर निगम टेंडर में रंगदारी कर पेपर फाड़ने में शिवम श्रीवास्तव बरी
धनबाद के आरके ट्रेडर्स के लोगों पर हत्या की धमकी देकर टेंडर डालने से रोकने का था आरोप
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
रंगदारी और हत्या की धमकी देने के एक मामले में भाजपा नेता और अपराध जगत में बाहुबली समझे जाने वाले शिवम श्रीवास्तव को न्यायालय ने रिहा किया है। सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी अभिनंदन पांडेय की अदालत ने शिवम श्रीवास्तव को पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में रिहा किया है। इस बारे में शिवम श्रीवास्तव के अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि साल 2019 में नगर निगम गिरिडीह में स्ट्रीट लाइट का टेंडर डालने धनबाद की कंपनी आरके ट्रेडर्स की टीम आई थी। जिसे शिवम ने टेंडर डालने नहीं दिया था। टेंडर का पेपर छीन कर फाड़ने और पांच हजार रुपए के बैंक ड्राफ्ट छिनने का आरोप लगाया गया था। आरके ट्रेडर्स के कर्मी रविकांत सिंह ने नगर थाना में आवेदन दिया था। इसमें कहा था कि धनबाद से टेंडर डालने नगर निगम गिरिडीह अपने सहकर्मी अनिल कुमार के साथ वह आया था। नगर निगम परिसर में कुछ व्यक्ति आकर धमकी देने लगे।इनमें से एक व्यक्ति जो काले रंग का चश्मा और सोने का चेन पहना हुआ थ, जो खुद को शिवम श्रीवास्तव उर्फ शिवम आजाद बताते हुए धमकी दी। धमकी देते हुए कहा था टेंडर डाले बिना भाग जाओ नहीं तो बोरा में शव जाएगा। साथ ही टेंडर पेपर छीन कर फाड़ दिया। इस मामले में शिवम पूर्व में न्यायालय से जमानत पर था।न्यायालय में गवाही देने पहुंचे सूचक की बोली अचानक बदल गई। सूचक ने न्यायालय में दिए अपनी गवाही में कहा कि शिवम ने धमकी नही दी थी।न्यायालय ने सूचक के विरोधी घोषित करने और पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में शिवम को रिहा किया। सुनवाई को लेकर शिवम अपने दो दर्जन समर्थकों के साथ न्यायालय पहुंचा था। रिहा किए जाने के बाद शिवम ने न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त किया। कहा झूठे मामले में उसे आरोपित किया गया था।