आरएसएस के स्वयंसेवक की हत्या का तार साइबर अपराधियों से जुड़ा

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आरएसएस के स्वयंसेवक की हत्या का तार साइबर अपराधियों से जुड़ा 

पूर्वी टुंडी से तीन एवं जामताड़ा से एक कुल चार संदिग्धों को पुलिस ने लिया हिरासत में, हथियार उपलब्ध कराने वाले की भी हो चुकी पहचान

सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा, अपर्णा सेन गुप्ता, अमर बाउरी, ग्रामीण जिलाध्यक्ष ज्ञान रंजन समेत भाजपा दिग्गजों का दुम्मा में जुटान, आक्रोश में है भाजपाई, झामुमो विधायक मथुरा ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर की हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग     

डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी, धनबाद : आरएसएस के स्वयंसेवक व वनवासी कल्याण केंद्र के जिला संपर्क प्रमुख शंकर दे की हत्या का तार साइबर अपराधियों से जुड़ा है। इस हत्याकांड में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से तीन पूर्वी टुंडी एवं एक जामताड़ा का है। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि इस हत्याकांड में साइबर अपराधियों का हाथ है। हत्यारों को हथियार उपलब्ध कराने वाले की भी पहचान हो गई है। शीघ्र ही पुलिस इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर सकती है। सांसद पीएन सिंह को एसएसपी संजीव कुमार ने अब तक हुई पुलिस अनुसंधान की जानकारी दी है। सांसद पीएन सिंह गुरुवार को यहां दिवंगत शंकर दे के आवास पर पहुंचे थे। शंकर दे

ग्राम रक्षा दल के पूर्वी टुंडी अध्यक्ष भी थे। मंगलवार की देर रात अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया था।

घटना के बाद पूर्वी टुंडी प्रखंड के दुम्मा गांव में गुरुवार को भाजपा के कई वरीय नेताओं ने पीड़ित परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए सांत्वना दिया तथा पुलिस को अविलंब इस हत्याकांड मामले में अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को कहा। गुरुवार को पीड़ित परिवार के स्वजनों से धनबाद के सांसद पीएन सिंह, निरसा की विधायक अपर्णा सेन गुप्ता, चंदनकियारी विधायक अमर बाउरी,भाजपा के महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, ग्रामीण जिला अध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा, जिला उपाध्यक्ष संजय झा, जिप सदस्य जेबा मरांडी, धर्मजीत सिंह, महादेव कुमार, रतिरंजन गिरी, राम प्रसाद महतो, दिनेश सिंह, फिरोज दत्ता, राजेश साहनी, बिजय दास सहित कई अन्य भाजपा नेताओं ने मुलाकात की और पीड़ित परिवार से मिलकर हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस क्रम में सांसद पीएन सिंह ने कहा कि पुलिस को विभिन्न बिंदुओं में जांच करते हुए मामले का खुलासा अभिलंब करना चाहिए। सिर्फ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ही नहीं यदि घटना में किसी साइबर अपराधियों की संलिप्तता है तो उस दिशा में भी छानबीन होनी चाहिए। किसी भी हालत में दोषी बचने ना पाए। साथ ही कोई निर्दोष ना फंसे इस बात को भी ध्यान रखकर अविलंब मामले का उद्भेदन होना चाहिए। सांसद ने मौके से ही दूरभाष पर एसएसपी से बात की और घटना कि विस्तृत जानकारी ली। जिसपर एसएसपी ने मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की बात बताते हुए हत्याकांड में उपयोग हथियार की जानकारी देते हुए मामले का लगभग उद्भेदन कर लिए जाने की बात बताई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्य हत्यारे को पकड़ लिया जाएगा। पुलिस हर पहलुओं पर अपना अनुसंधान कर रही है। स्वजनों ने सांसद को जानकारी देते हुए बताया कि शंकर प्रसाद दे कि हत्या घरेलू विवाद में नहीं हुई है बल्कि क्षेत्र के साइबर अपराधियों ने षडयंत्र रच कर उनकी हत्या की है। सांसद ने स्वजनों को बताया कि स्वजन पुलिस के अनुसंधान को पूरा होने दें। यदि स्वजन पुलिस के अनुसंधान से संतुष्ट नहीं होंगे तो उन्हें न्याय दिलाया जाएगा।

इधर दोपहर को टुण्डी विधायक मथुरा प्रसाद महतो भी स्वजनों से मिलने दुम्मा गांव पहुंचे। उनके साथ रामचंद्र मुर्मू, अजीत मिश्रा, बसंत महतो, दिनेश रजक, गिरीलाल किस्कू आदि शामिल थे

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