वन विभाग के दिये जख्मों पर मरहम लगाने पहुंचा प्रसाशन
डीजे न्यूज डेस्क : दृष्टिबाधित महिला का निर्माणाधीन घर ध्वस्त कर देने के बाद एक और जहां स्थानीय जनमानस में वन विभाग विलेन बन चुका है वहीं पीड़िता के प्रति लोगों की काफी सहानुभूति है। वन विभाग की इस कार्रवाई के बाद विधायक समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ीता बुधनी देवी से वास्तु स्थिति का जायजा लिया है। इसी क्रम में शनिवार को गिरिडीह डीडीसी शशिभूषण मेहरा तथा एसी विल्सन भेंगरा ने पीड़ित परिवार से मिलकर ढाढस बंधाया।
मालूम हो कि बीते चार मार्च को वन विभाग के अधिकारियों ने वन भूमि बचाने के नाम पर दिव्यांग महिला समेत दो महिला का निर्माणाधीन पीएम आवास ध्वस्त कर दिया था। अतिक्रमण हटाने के नाम पर वन विभाग के अधिकारियों ने जेसीबी मशीन लगाकर निर्माणाधीन पीएम आवास को तहस नहस कर दिया था। महिलाएं गिड़गिड़ाती रही पर अधिकारियों की संवेदना नही जगी। दिव्यांग महिला का आवास तोड़ने का मामला सोशल मीडिया से लेकर अखबारों में सुर्खियां बनी रही। मामला विधानसभा तक भी गुंजा था। घटना के लगभग बीस दिन बाद मानवाधिकार आयोग के पत्राचार के बाद एक बार अधिकारियों की संवेदना जगी है। शनिवार को गिरिडीह डीडीसी तथा एसी व अनुमंडल अधिकारी ने घटनास्थल का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने उपस्थित वनरक्षी को खूब खरी खोटी सुनाई। डीडीसी शशिभूषण मेहरा ने कहा कि वन विभाग द्वारा कार्यवाई के नाम पर बगैर नोटिस दिए दिव्यांग महिला का आवास तोड़ा गया है। लगता है दुर्भावना से ग्रसित होकर कार्यवाई की गई है।दिव्यांग असहाय महिला के विरुद्ध कार्यवाई ठीक नही है।मौके पर अनुमंडल अधिकारी प्रेमलता मुर्मू, बीडीओ दिनेश कुमार, सीओ विनय प्रकाश तिग्गा समेत कई लोग उपस्थित थे।