आदिवासी धर्म गुरूओं को बाइक देने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में करेंगे रिट : सालखन
डीजे न्यूज, दुमका : आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा है कि झारखंड कैबिनेट ने आदिवासी धार्मिक गुरुओं को बाइक देने का फैसला लिया है। झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन व उनके पुत्र व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए यह गलत फैसला लिया है।
पहले से अनपढ़, संविधान कानून आदि से अनभिज्ञ माझी- हड़म आदि को मासिक मानदेय देकर अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक व्यवस्था को जारी रखते हुए सभी आदिवासी गांव समाज को लुटाने- मिटाने के लिए अंधेरे की ओर धकेलने का काम सरकार कर रही है। सेंगेल, कैबिनेट के इस फैसले का विरोध करता है और जल्द सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ रिट दायर करेगा।
सालखन मुर्मू ने कहा है कि
सोरेन परिवार को बगैर बेदखल किए आदिवासी समाज, संताल परगना और झारखंड का उत्थान असंभव है। इसके लिए आदिवासी सेंगेल अभियान ने 5 प्रदेशों में आदिवासी गांव समाज में समाज सुधार का काम और आदिवासी स्वशासन व्यवस्था अर्थात ट्राइबल सेल्फ रूल सिस्टम में सुधार का काम युद्ध स्तर पर जारी रखा है। आदिवासी गांव समाज बदलेगा तभी आदिवासियों का सामाजिक आर्थिक, धार्मिक और राजनीतिक उत्थान हो सकता है। सेंगेल ईसाई बने सभी आदिवासियों के डीलिस्टिंग का पक्षधर है। ईसाई बने आदिवासियों से आग्रह है वे अविलंब सरना धर्म में वापस आएं और अपनी प्राचीन आदिवासी भाषा संस्कृति, पूजा-पाठ, सोच संस्कार को अपनाएं। अन्यथा उनको आदिवासी होने के लाभ लेने का कोई नैतिक अधिकार नहीं बचता है।