संस्कृति और मर्यादाओं का पालन से सुरक्षित रहता है धर्म
संस्कृति और मर्यादाओं का पालन से सुरक्षित रहता है धर्म
डीजे न्यूज, गिरिडीह : बिरनी चरगो में आयोजित सप्तदिवसीय शतचंडी महायज्ञ सह भगवती प्राण-प्रतिष्ठा में भक्ति की बयार बह रही है ।इस महायज्ञ के यज्ञाचार्य डा. विनोद कुमार उपाध्याय ने अपने सम्बोधन में बताया कि बिना अहंकार के भक्तिपूर्वक माँ भगवती की आराधना करने पर सकल अनिष्ट का निवारण होता है एवं सभी लोगों का कल्याण होता है। इस यज्ञ में वाराणसी से आये रामायण कथा के विशिष्ट वक्ता शिवाकांत मिश्रा, मानस सरस ने अपने वक्तव्य में कहा कि धर्म तभी सुरक्षित रह सकता है, जब हम अपनी संस्कृति और मर्यादाओं का पालन करें। हमें अपने बच्चों में प्रारम्भ से ही सामाजिक मूल्यों के पालन का समावेश करना चाहिए तभी राष्ट्र का सर्वाँगिण विकास संभव हो सकता है। इस यज्ञ में विदूषी चित्रा शुक्ला ने भी संगीतमय प्रवचन दिया। वैदिक किशोर उपाध्याय, कुंदन उपाध्याय, रुपेश शास्त्री, आनंद उपाध्याय, बांके बिहारी,चंदन शास्त्री,सुमन शास्त्री, युगल किशोर पाठक, रामप्रवेश शास्त्री ने वैदिक वांगमय से यज्ञ कार्य को सुचारु रूप से सम्पन्न करवाने में सहयोग किया।
इस यज्ञ को सफल बनाने में पंचायत के मुखिया, जिला परिषद सदस्या प्रभा वर्मा,संचित राय, सुखदेव राय, सुनील वर्मा, धनंजय राय, श्रीकांत राय, मनोज कोड़ा सहित समस्त ग्रामीण एवं आस पास के सभी ग्रामीण तन-मन -धन से सहयोग किए। यज्ञ के प्रत्येक दिन सभी श्रद्धांलुओं के लिए भंडारा एवं पूर्णाहुति पश्चात महाभंडारा का आयोजन किया गया।