गिरिडीह के 65 हजार किसानों को 23 करोड़ रुपये सुखाड़ राहत राशि मिली
डीजे न्यूज, गिरिडीह : राज्य सरकार के 03 वर्ष पूर्ण होने के आलोक में आज राज्यस्तरीय विकास-सह-परिसंपति वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा प्रोजेक्ट भवन से राज्यस्तरीय कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। जहां कई लाभुकों के बीच सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया गया। उक्त कार्यक्रम में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, सुखाड़ राहत योजना, गव्य विकास योजना, प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, समाज कल्याण व अन्य योजनाओं का लाभ दिया गया। कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2022-23 मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना हेतु चयनित 240 लाभुकों को कुल 74,14,327 रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है। जिसके तहत बकरा विकास योजना, सूकर पालन योजना, ब्रायलर कुक्कुट पालन योजना एवं बैकवार्ड लेयर कुक्कुट पालन योजना के तहत कुल 222 (OSP) लाभुकों 67,90,706 रुपए तथा बकरा विकास योजना, सूकर पालन योजना, ब्रायलर कुक्कुट पालन योजना एवं बैकवार्ड लेयर कुक्कुट पालन योजना के तहत कुल 18 (SCSP) लाभुकों को 06,23,621 रुपए की राशि उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2022-23 मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना हेतु चयनित कुल 38 लाभुकों को 2050817.00 रुपए की राशि उपलब्ध कराया गया है। जिसके तहत 29 लाभुकों को दो गाय (OSP), 02 लाभुकों को दो गाय (SCSP), 02 लाभुकों को 05 गाय (OSP), 03 लाभुकों को दीप बोरिंग, वर्मी कंपोस्ट, काउ मेट OSP तथा 02 लाभुकों चारा विकास OSP के तहत लाभान्वित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण योजना के तहत कुल 147437 छात्र छात्राओं के बीच 300415000.00 रुपए राशि का वितरण किया गया। इसके अलावा जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा जानकारी दी गई कि गिरिडीह जिले के सभी प्रखण्डों को राज्य सरकार द्वारा सुखाग्रस्त घोषित किया गया है। इस आलोक में मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना के तहत किसानों को राहत प्रदान करने हेतु प्रत्येक किसान को 3500 रुपये की दर से आनुग्राहिक राहत राशि कुल 65,708 (पैसठ हजार सात सौ आठ) किसानों को कुल 22.99.78,000 (बाईस करोड निन्यानबे लाख अठहत्तर हजार रुपये राशि (DBT) के माध्यम से भुगतान किया गया है।
उक्त कार्यक्रम में गिरिडीह जिला से उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, जिला गव्य विकास पदाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।