नालों के पानी को फिल्टर करने के बाद ही नदी में प्रवाहित करने दें : नमन प्रियेश लकड़ा
नालों के पानी को फिल्टर करने के बाद ही नदी में प्रवाहित करने दें : नमन प्रियेश लकड़ा
जिले के सभी कारखानों में इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर मशीन इंस्टॉल कराएं
पर्यावरण समिति की बैठक में उपायुक्त ने दिए कई निर्देश, उसरी नदी की सफाई पर जोर
डीजे न्यूज, गिरिडीह : समाहरणालय सभागार में उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला पर्यावरण समिति नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पर्यावरण समिति की बैठक मंगलवार को हुई। बैठक में उपायुक्त ने पूर्व की बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुपालन की विस्तृत समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उसरी नदी के संरक्षण तथा पर्यावरण समिति के उद्देश्य और कार्यों पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने जिले में अवैध बालू खनन, डंपिंग और स्टोन माइंस एवं क्रशर के संचालन की गहनता से जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने उसरी नदी की सफाई और संरक्षण के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए उपलब्ध सीएसआर फंड के क्रियान्वयन की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में जिले के सभी कारखानों में इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर (ESP)मशीन इंस्टॉल करने, शहर के गंदे नालों की उचित सफाई और गंदे नालों के पानी को फिल्टर करने के बाद ही नदी में प्रवाहित करने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने समय-समय पर जिले में संचालित कारखानों से निकलने वाले धुंआ, अपशिष्ट निष्पादन, दूषित जल बहाव और प्रदूषण नियंत्रण के मानकों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इसके अलावा, एयर क्वॉलिटी इंडेक्स संबंधित डिस्प्ले स्क्रीन लगाने और औद्योगिक परिसर में मानक क्षेत्र में पौधारोपण करने का निर्देश भी दिया गया।
अस्पतालों, रेस्तरां/होटल में प्रदूषण नियंत्रण के तय मानकों संबंधी अनुमति प्राप्त करने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में पूर्वी वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, उप नगर आयुक्त, नगर निगम, जिला खनन पदाधिकारी, फैक्टरी इंस्पेक्टर, महाप्रबंधक, सीसीएल, क्षेत्रीय पदाधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण, कारखाना निरीक्षक, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग, जिला योजना पदाधिकारी आदि समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।