रिटायर्ड वैज्ञानिक की मुहिम ने लाया रंग, तीन आदिवासी समेत चार बच्चे सैनिक स्कूल परीक्षा में सफल

0
IMG-20230228-WA0000

डीजे न्यूज, गोविंदपुर, धनबाद : रतनपुर पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जीरामुड़ी के वर्ग छठी के 4 विद्यार्थियों ने अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल की है। रविवार को सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा का परीक्षाफल जारी हुआ है। इनमें 3 आदिवासी बच्चे शामिल हैं और तीनों बच्चों के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं।तीनों बच्चों के माता-पिता को यह जानकारी नहीं है कि सैनिक स्कूल कहां है, इसकी प्रवेश परीक्षा कैसे होती है और इसका क्या महत्व है और अब उनके बच्चे किस सैनिक स्कूल में पढ़ेंगे। इस असंभव को संभव कर दिखाया है गोविंदपुर निवासी एवं सिंफर के अवकाश प्राप्त प्रधान वैज्ञानिक डॉ अंजनी कुमार भगत ने। डॉ कुमार माई आर्किड फाउंडेशन के अध्यक्ष तथा डॉक्टर सुनील कुमार एवं डॉ रितु कुमारी फाउंडेशन के संस्थापक हैं। फाउंडेशन ने जिला शिक्षा अधीक्षक से अनुमति लेकर उच्च विद्यालय में बच्चों की तैयारी और कोचिंग की व्यवस्था की थी। डॉ कुमार ने सिंफर से अवकाश ग्रहण करने के बाद से ही ग्रामीण बच्चों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया था। पहले प्रयास में ही उन्हें यह सफलता मिली। उन्होंने 5 बच्चों को लेकर तैयारी शुरू की थी, जिनमें चार को सफलता मिली है। इन बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने से लेकर सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा का फॉर्म भरवाने, प्रतियोगिता गाइड, पाठ्य पुस्तकें व लेखन सामग्री से लेकर अल्पाहार तक की विगत 6 माह की व्यवस्था इन्होंने अपनी पेंशन की राशि से की। साथ ही इसके लिए एक ट्यूशन टीचर पूनम कुमारी मंडल को अपने खर्च पर रखा। सहायक अध्यापक मनोज कुमार मंडल ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया। बच्चों की सफलता पर डॉ अंजनी कुमार गदगद हैं । उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी का आज सर्वाधिक खुशी का दिन है कि उन्होंने ग्रामीण और आदिवासी परिवार के बच्चों के लिए कुछ करने में सफलता पाई। जिन बच्चों को सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में सफलता मिली है , उनमें गोपाल हासदा, नितेश किस्कू, सुमन कुमारी एवं प्रिया कुमारी शामिल है । सभी जीरामुड़ी गांव के रहने वाले हैं । गोपाल के पिता चांद हासदा दैनिक मजदूरी करते हैं तथा मां रिंकी देवी भी मजदूरी करती है। सुमन कुमारी भी गरीब घर का विद्यार्थी है। उसके पिता सतीश मुर्मू भी दैनिक मजदूर है और लक्ष्मी देवी भी मजदूरी करती हैं । इस परीक्षा में सफल नितेश किस्कू के पिता महत राम किस्कू सामान्य परिवार के हैं और मां रूपसोना देवी ग्रहणी है । प्रिया कुमारी धमकडीह कापासाड़ा गांव की निवासी है। उसके पिता राजेश कुमार पंडित प्राइवेट ड्राइवरी करते हैं और मालती देवी गृहणी है। अपने विद्यालय के चारों विद्यार्थियों की सफलता पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक विमल कुमार महतो भी प्रसन्न हैं और उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लगन और डॉ अंजनी कुमार के मार्गदर्शन एवं उनके आर्थिक सहयोग से ऐसा संभव हो सका है उन्होंने कहा कि उनके विद्यालय के चारों बच्चे सैनिक स्कूल में प्रवेश लेकर सेना में बड़े अधिकारी बनकर देश की सेवा करेंगे , ऐसा उन्हें विश्वास है।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *