समन्वय के साथ काम करे सभी विभाग : वर्णवाल
डीजे न्यूज, गिरिडीह : संयुक्त सचिव-सह-केंद्रीय प्रभारी पदाधिकारी आकांक्षी जिला कार्यक्रम सुनील कुमार वर्णवाल की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला की श्रेणी में शामिल गिरिडीह जिला के विकासशील कार्यों से संबंधित बैठक का आयोजन सोमवार को किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में चल रही योजनाओं से संबंधित पीपीटी प्रस्तुत की। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने विभागवार योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वर्णवाल ने विकास कार्यों के विभिन्न मानव को जैसे स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास आधारभूत संरचनाओं का विकास, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति, हर घर में शौचालय, सभी विद्यालयों में शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, हर घर नल से जल की प्रगति की समीक्षा कर विभिन्न मानकों के संबंध में जानकारी ली। नीति आयोग के सूचक के लक्ष्य प्राप्ति से संबंधित कार्यों की विस्तृत रूप से चर्चा की गई। वर्णवाल द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि आकांक्षी जिला के मानकों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इस दिशा में सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के साथ जिला अंतर्गत स्वास्थ्य, समाज कल्याण, कृषि व शिक्षा के क्षेत्र में विकासशील कार्य किये जाय। इसमें सभी पदाधिकारी अपने स्तर से गुणवत्तापूर्ण कार्य करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा वर्णवाल द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर के सभी संबंधित अधिकारियों को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया गया। गांवा एवं तिसरी प्रखंड पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया ताकि आकांक्षी जिला के मानकों में सुधार किया जा सके। हेल्थ एंड न्यूट्रीशन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। साथ ही आकांक्षी जिला के मानकों से संबंधित सभी अधिकारियों को अपने अपने विभाग से संबंधित इनोवेटिव कार्य कर विकासशील योजनाओं में प्रगति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जल जीवन मिशन अंतर्गत संचालित सभी शौचालयों की वेरिफिकेशन कराने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा बाल विवाह को जड़ से खत्म करने को लेकर विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया।
—————————-
संस्थागत प्रसव का लक्ष्य करें हासिल :
वर्णवाल ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में संस्थागत प्रसव में निर्धारित लक्ष्य के आधार पर प्रगति प्राप्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर उठाए जा रहे कदम की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने चाइल्ड वार्ड समेत अन्य बिंदुओं की विस्तृत जानकारी लिए। इसके अलावा जिले में अवस्थित हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में उन्होंने जिले में संचालित सभी हेल्थ एंड सब सेंटर में एएनएम की प्रतिनियुक्ति करने का सख्त निर्देश दिया। साथ ही उसकी नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया।
साथ ही
सभी विद्यालयों में पेयजल, शौचालय की व्यवस्था, बिजली की आपूर्ति व अन्य बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने का निर्देश दिया।
—————————–
विद्यालयों में शिक्षकों की अटेंडेंस की नियमित मॉनिटरिंग करें :
वर्णवाल ने शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा नीति आयोग के सूचक के लक्ष्य प्राप्ति को गंभीरता से लेते हुए स्थिति में सुधार करने व आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं जिले में अवस्थित सभी सरकारी विद्यालयों में छात्र छात्राओं के शौचालयों को क्रियाशील बनाने, पेयजल की सुविधा तथा विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था बहाल करने की समीक्षा की गई। विद्यालयों में शौचालयों व आधारभूत संरचनाओं को यथाशीघ्र क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करना सभी की अहम जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालयों में सभी शिक्षकों की अटेंडेंस की नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों को स्कूल से जोड़ें एवं बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराएं। हमारी प्राथमिकता है कि बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।
बैठक के दौरान वर्णवाल ने विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बंध में पीपीटी के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी ली एवं कार्यों के क्रियान्वयन से भी अवगत हुए। कुपोषण उपचार केन्द्र एवं ब्रेस्ट फीडिंग, एएनसी, आंगनवाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति को बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने सम्बन्धित पदाधिकारी को निर्देशित किया कि एम.टी.सी सेंटर में पूर्ण क्षमता में कुपोषित बच्चों का उपचार किया जाय। सभी एम.टी.सी सेंटरों में कुपोषित बच्चों का उचित उपचार व देखभाल सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा एवं कृषि संकेतकों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया ताकि अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकें। साथ ही कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के कार्य किये जाय।
बैठक के दौरान उपरोक्त के अलावा उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, एलडीएम, एडीपीओ, जिला कौशल पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, पिरामिल फाउंडेशन के आकांक्षी अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी तथा निरीक्षण के क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी, डुमरी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बीडीओ/सीओ, डुमरी/पीरटांड़, जिला कृषि पदाधिकारी, उप निदेशक, आत्मा व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।