राज्य सरकार के फरमान से व्यपारियो में रोष :भाजपा
राज्य सरकार के फरमान से व्यापारियों में रोष : भाजपा
डीजे न्यूज, गिरिडीह : पूर्व भाजपा विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने कहा कि हेमंत सरकार के कृषि शुल्क बढ़ाने के फरमान से व्यापारियों और किसानों में रोष है। उक्त बातें उन्होंने भाजपा नेता चुन्नूकांत के आवासीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में सोमवार को कही।
पूर्व विधायक शाहाबादी ने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार ने पिछले सत्र में एक विधेयक लाया है। इससे पूर्व वर्ष 2015 में तत्कालीय रघुवर दास की सरकार ने जिस कानून और व्यवस्था को समाप्त कर दिया था उस कानून को फिर से इस सरकार ने लागू किया है। इससे कृषि बाजार समिति पर लगने वाले शुल्क को 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 2 प्रतिशत कर दिया गया है। जबकि पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने इस पूरे मामले में मंथन करने के बाद यह फैसला लिया था। यह व्यवस्था किसान और व्यापारियों के विरूद्ध था। बाजार समिति में जो चीजें आती है वह कृषि उत्पाद से कम आयात ज्यादा होता है। विशेषकर खाद्य पदार्थ, तेल आदि चीजें 65 प्रतिशत के आसपास विदेशों से आयात होता है। इसी तरह से अन्य चीजें भी दूसरे राज्यों से यहां आता है। ऐसे में उस पर किसी प्रकार का शुल्क लगाना बेमानी है। भाजपा नेता चुन्नूकांत ने कहा कि कृषि उत्पादन बाजार समिति के प्रागंण में किसानों के लिए जो सुविधाएं होनी चाहिए वह सुविधा नहीं है। इसके बाद भी सरकार यह शुल्क वसूल रही है जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस के ही कृषि मंत्री हैं। कहा कि इस मामले में पूर्व में तत्कालीन वित्त मंत्री डा. मनमोहन सिंह ने विचार करने के बाद यह फैसला लिया था कि कृषि उत्पादन बाजार समिति में शुल्क वसूलने की व्यवस्था को समाप्त किया जाए। उसी कांग्रेस के मंत्री ने फिर से ऐसा फैसला लिया है जिससे व्यापारियों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। साथ ही साथ ग्राहकों और उपभोक्ताओं पर भी कीमत का बोझ बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा इसका पुरजोर विरोध करती है। मौके पर भाजपा जिला महामंत्री सुभाषचंद्र सिन्हा, संदीप डंगायच, नवीन सिन्हा, मोतीलाल उपाध्याय, एच सिंह बग्गा आदि मौजूद थे।