विजयराजे सिंधिया शक्ति पुंज व प्रेरणास्रोत : शालिनी
विजयराजे सिंधिया शक्ति पुंज व प्रेरणास्रोत : शालिनी
डीजे न्यूज, गिरिडीह : भाजपा की संस्थापक सदस्य राजमाता विजयराजे सिंधिया की जयंती गुरुवार को देशभर में भाजपाइयों ने मनाया। इसी कड़ी में भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य शालिनी बैसखियार ने भी अपनी ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित की। उन्होंने कहा कि राजपथ से लोकपथ पर चलने वाली, सरलता और सहजता की अनुकरणीय उदाहरण व भारतीय नारीशक्ति की अप्रतिम मिसाल ,त्याग और समर्पण की प्रतिमूर्ति, भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक राजमाता विजयराजे सिंधिया की जयंती पर हम सभी उनका स्मरण करतें हैं। राजमाता की त्याग को हम कभी भुला नहीं सकते। वे हमारे लिए प्ररेणा स्त्रोत हैं। राजमाता भारतीय संसद के दोनों सदनों में चुनी गई थी। वह कई दशकों तक जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय सदस्य भी रहीं। राजमाता की अतुलनीय व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए भाजपा नेत्री शालिनी ने बताया कि विजया राजे सिंधिया जो ग्वालियर की राजमाता के रूप में लोकप्रिय थी, वह एक प्रमुख भारतीय राजशाही व्यक्तित्व के साथ-साथ एक प्रखर राजनीतिक व्यक्तित्व भी थी।
विजयाराजे सिंधिया ने 1967 में जनसंघ जॉइन किया। उनकी बदौलत ही ग्वालियर क्षेत्र में जनसंघ काफी मजबूत हुआ। वर्ष 1971 में पूरे देश में जबरदस्त इंदिरा लहर होने के बावजूद जनसंघ ने ग्वालियर क्षेत्र की तीन सीटों पर जीत हासिल की।
विजयाराजे सिंधिया भिंड से, उनके पुत्र माधवराव सिंधिया गुना से और अटल बिहारी वाजपेयी ग्वालियर से सांसद बने। आज भाजपा का हर कार्यकर्ता जिसने राजमाता के बारे में अध्ययन किया है, उनकी ममतामयी छवि हृदय में बसा कर कर्तव्य पथ पर अग्रसर है।